दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी लिरिक्स Duniya Me Mach Rahyo Shor Lyrics
दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी लिरिक्स Duniya Me Mach Rahyo Shor Lyrics
दुनिया में मच रयो शोर,भोले भंडारी,
कोई कहे त्रिपुरारी,
कोई कोई भंडारी,
कोई करे तपस्य घोर,
क्यू भोले भंडारी,
दुनिया में मच रयो शोर,
भोले भंडारी।
कोई कहे जग का दाता,
कोई भाग्य विधाता,
भगतो का है चित चोर,
भोले भंडारी,
दुनिया में मच रयो शोर,
भोले भंडारी।
चंदा मस्तक पे है साजे,
गंगा जटा में विराजे,
ऐसी दाता की सूरत लोर,
भोले भंडारी,
दुनिया में मच रयो शोर,
भोले भंडारी।
Bhole Bhandari : Bhole Baba Hit Song | भोले भंडारी | shiv ji ke bhajan | Uttam Chhokar New Song#shiv
भगवान शिव को भोले इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे अक्सर भोले और सरल दिखते हैं। वे अक्सर एक धोती पहने रहते हैं, उनके बाल बिखरे होते हैं, और उनके गले में एक सर्प लिपटा होता है। वे अक्सर एक गले में एक डमरू बजाते हुए दिखाए जाते हैं।
शिव जी का भोलापन उनके दयालु और करुणावान स्वभाव का प्रतीक है। वे हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं, और वे कभी भी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। शिव जी का भोलापन उनके सरल और सीधे स्वभाव का भी प्रतीक है। वे हमेशा सच्चाई और न्याय के लिए खड़े रहते हैं, और वे कभी भी झूठ या धोखा नहीं बोलते हैं।
शिव जी के भोलेपन को कई हिंदू ग्रंथों में वर्णित किया गया है। इन ग्रंथों में, शिव जी अक्सर एक विरोधाभास के रूप में चित्रित किए जाते हैं। वे एक ही समय में भोले और महान हैं।
शिव जी का भोलापन हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण विषय है। यह हमें यह सिखाता है कि भगवान दयालु और करुणावान हैं, लेकिन वे शक्तिशाली और क्षमतावान भी हैं। यह हमें यह भी सिखाता है कि सरलता और सीधापन भी महत्वपूर्ण गुण हैं।
शिव जी को भोलानाथ भी कहा जाता है। इसका अर्थ है "भोले का स्वामी"। यह नाम शिव जी के भोलेपन और उनके सभी भक्तों के प्रति उनकी करुणा और दयालुता का प्रतीक है।
शिव जी का भोलापन उनके दयालु और करुणावान स्वभाव का प्रतीक है। वे हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं, और वे कभी भी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। शिव जी का भोलापन उनके सरल और सीधे स्वभाव का भी प्रतीक है। वे हमेशा सच्चाई और न्याय के लिए खड़े रहते हैं, और वे कभी भी झूठ या धोखा नहीं बोलते हैं।
शिव जी के भोलेपन को कई हिंदू ग्रंथों में वर्णित किया गया है। इन ग्रंथों में, शिव जी अक्सर एक विरोधाभास के रूप में चित्रित किए जाते हैं। वे एक ही समय में भोले और महान हैं।
शिव जी का भोलापन हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण विषय है। यह हमें यह सिखाता है कि भगवान दयालु और करुणावान हैं, लेकिन वे शक्तिशाली और क्षमतावान भी हैं। यह हमें यह भी सिखाता है कि सरलता और सीधापन भी महत्वपूर्ण गुण हैं।
शिव जी को भोलानाथ भी कहा जाता है। इसका अर्थ है "भोले का स्वामी"। यह नाम शिव जी के भोलेपन और उनके सभी भक्तों के प्रति उनकी करुणा और दयालुता का प्रतीक है।