लूट सके तो लूट ले राम नाम की लूट मीनिंग कबीर के दोहे

लूट सके तो लूट ले राम नाम की लूट मीनिंग Loot Sake To Lut Le Meaning : Kabir Ke Dohe Hindi Meaning

लूट सके तो लूट ले, राम नाम की लूट ।
पाछे फिर पछताओगे, प्राण जाहिं जब छूट ॥

Loot Sake to Lut Le, Ram Nam Ki Loot,
Pachhe Phir Pachhtaoge, Pran Jahi Jab Chhot. 
 
लूट सके तो लूट ले राम नाम की लूट मीनिंग Loot Sake To Lut Le Meaning

कबीर के दोहे का हिंदी अर्थ/भावार्थ (Kabir Doha Hindi Meaning)

कबीर साहेब कहते हैं कि जीवन बहुत छोटा है और इस समय में हमें राम नाम की लूट करनी चाहिए. राम नाम की लूट लगी है इसे अधिक से अधिक लूट लो, हरी के नाम का सुमिरन करो. जीवन अल्प है और यदि अवसर हाथ से निकल जाता है तो फिर पछताने के अतिरिक्त कुछ भी शेष नहीं रहेगा. एक रोज प्राण छूट जाने हैं.

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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