मेरे कान्हा का जन्मदिन आया लिरिक्स Mere Kanha Ka Janmdin Aaya Lyrics
मेरे कान्हा का जन्मदिन आया लिरिक्स Mere Kanha Ka Janmdin Aaya Lyrics
सारी दुनिया में आनंद छाया,मेरे कान्हा का जन्मदिन आया।
आई भादो की रैन कारी कारी,
मथुरा में है जन्मे मुरारी,
वासुदेव देवकी ने दर्श पाया,
कान्हा को जन्मदिन आया,
सारी दुनिया में आनंद छाया,
कान्हा का जन्मदिन आया।
चले लेके वसुदेव गोकुल में,
कान्हा पहुंचाए नन्द महल में,
और यमुना ने चरण पखारा,
कान्हा को जन्मदिन आया,
सारी दुनिया में आनंद छाया,
कान्हा का जन्मदिन आया।
लडु पेड़ा बटे खेल खिलौना,
झूले पलना में श्याम सलोना,
और भगतो को भी बुलाया,
कान्हा का जन्मदिन आया,
सारी दुनिया में आनंद छाया,
कान्हा को जन्मदिन आया।
SSDN:-मेरे कान्हाँ का जन्मदिन आया | Janmashtami bhajan | Krishna bhajan | Radha Krishna bhajan
कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार प्रतिवर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 27 अगस्त, 2023 को मनाई जाएगी।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन, हिंदू मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाता है और भगवान कृष्ण की मूर्तियों को आकर्षक रूप से सजाया जाता है। भक्त पूरे दिन उपवास करते हैं और भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं। उन्हें दूध, दही, घी, मक्खन, फल, मिठाइयाँ आदि से भोग लगाया जाता है। रात के समय, भक्तों द्वारा भगवान कृष्ण की आरती की जाती है और भजन-कीर्तन किए जाते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। कुछ जगहों पर, लोग इस दिन रासलीला का आयोजन करते हैं, जिसमें भगवान कृष्ण और उनकी लीलाओं का मंचन किया जाता है। कुछ जगहों पर, लोग इस दिन झूले झूलते हैं और भगवान कृष्ण को झूला झुलाते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार भगवान कृष्ण के जन्म को मनाता है, जो हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। कृष्ण को प्रेम, दया और करुणा के देवता के रूप में पूजा जाता है। वे एक शक्तिशाली योद्धा भी थे, जिन्होंने अत्याचारी राजा कंस को मार डाला था।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार लोगों को भगवान कृष्ण की शिक्षाओं को याद दिलाता है। भगवान कृष्ण ने लोगों को प्रेम, दया और करुणा के महत्व के बारे में सिखाया। उन्होंने लोगों को बुराई पर अच्छाई की जीत के बारे में भी सिखाया।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार लोगों को खुशी और उत्साह का त्योहार है। यह त्योहार लोगों को भगवान कृष्ण के आशीर्वाद प्राप्त करने का मौका देता है।
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन, हिंदू मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाता है और भगवान कृष्ण की मूर्तियों को आकर्षक रूप से सजाया जाता है। भक्त पूरे दिन उपवास करते हैं और भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं। उन्हें दूध, दही, घी, मक्खन, फल, मिठाइयाँ आदि से भोग लगाया जाता है। रात के समय, भक्तों द्वारा भगवान कृष्ण की आरती की जाती है और भजन-कीर्तन किए जाते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। कुछ जगहों पर, लोग इस दिन रासलीला का आयोजन करते हैं, जिसमें भगवान कृष्ण और उनकी लीलाओं का मंचन किया जाता है। कुछ जगहों पर, लोग इस दिन झूले झूलते हैं और भगवान कृष्ण को झूला झुलाते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार भगवान कृष्ण के जन्म को मनाता है, जो हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। कृष्ण को प्रेम, दया और करुणा के देवता के रूप में पूजा जाता है। वे एक शक्तिशाली योद्धा भी थे, जिन्होंने अत्याचारी राजा कंस को मार डाला था।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार लोगों को भगवान कृष्ण की शिक्षाओं को याद दिलाता है। भगवान कृष्ण ने लोगों को प्रेम, दया और करुणा के महत्व के बारे में सिखाया। उन्होंने लोगों को बुराई पर अच्छाई की जीत के बारे में भी सिखाया।
कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार लोगों को खुशी और उत्साह का त्योहार है। यह त्योहार लोगों को भगवान कृष्ण के आशीर्वाद प्राप्त करने का मौका देता है।