सूरा सोई जानिये लड़ा पांच के संग मीनिंग Sura Soi Janiye Lada Meaning

सूरा सोई जानिये लड़ा पांच के संग मीनिंग Sura Soi Janiye Lada Meaning : kabir Ke Dohe

सूरा सोई जानिये, लड़ा पांच के संग
हरि नाम राचा रहै, चढ़े सबाया रंग।

Soora Soi Janiye, lada Panch ke Sang,
Hari Naam Ratata Rahe Chadhe Sabaya Rang.
 
सूरा सोई जानिये लड़ा पांच के संग मीनिंग Sura Soi Janiye Lada Meaning


कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ / भावार्थ Kabir Doha Hindi Meaning

असली शूरवीर कौन है ? वह जो युद्ध में अपने शत्रुओं को परास्त कर दे, ऐसे ही कबीर साहेब कहते हैं की असली संत (शूरवीर) वह है जो पांच तरह के विकारों से लड़े और उन्हें हराकर उनपर विजय कर ले। अतः जो साधक अपने पाँचों विकारों पर विजय हासिल नहीं कर पाता है वह भक्ति मार्ग का शूरवीर नहीं है. उसे यत्न करने चाहिए की वह संसार में रहकर सांसारिक व्रतियों से मुक्त हो और आत्मिक रूप से संत बने ना की दूसरों को दिखाने के लिए। असली संत तो हरी के रंग में रंगा होता होता है और नित्य हरी के नाम के सुमिरन से भक्ति का रंग सवाया होकर (बढकर) उसपर चढ़ता है.
 
कबीर साहेब का कथन है की साधना के राह में वह व्यक्ति सूरवीर है जो अपना कदम पीछे नहीं लौटाता है। उसे ही शूरवीर जानिये जो अपने पाँव कभीं पीछे नहीं मौडता है। जो इस राह में आगे चल कर पीछे मुड़ जाता है उसे कभी भी नहीं देखना चाहिये, उसका मुख नहीं देखना चाहिए। आशय है की कबीर साहेब कथन देते हैं की शूरवीर सदा ही संघर्ष करता है पीछे मुडकर नहीं देखता है, ऐसे ही साधक भी भक्ति से विमुख नहीं होता है।
 
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