सूरा सोई जानिये लड़ा पांच के संग मीनिंग
सूरा सोई जानिये, लड़ा पांच के संग
हरि नाम राचा रहै, चढ़े सबाया रंग।
Soora Soi Janiye, lada Panch ke Sang,
Hari Naam Ratata Rahe Chadhe Sabaya Rang.
कबीर के दोहे का हिंदी में अर्थ / भावार्थ Kabir Doha Hindi Meaning
असली शूरवीर कौन है ? वह जो युद्ध में अपने शत्रुओं को परास्त कर दे, ऐसे ही कबीर साहेब कहते हैं की असली संत (शूरवीर) वह है जो पांच तरह के विकारों से लड़े और उन्हें हराकर उनपर विजय कर ले। अतः जो साधक अपने पाँचों विकारों पर विजय हासिल नहीं कर पाता है वह भक्ति मार्ग का शूरवीर नहीं है. उसे यत्न करने चाहिए की वह संसार में रहकर सांसारिक व्रतियों से मुक्त हो और आत्मिक रूप से संत बने ना की दूसरों को दिखाने के लिए। असली संत तो हरी के रंग में रंगा होता होता है और नित्य हरी के नाम के सुमिरन से भक्ति का रंग सवाया होकर (बढकर) उसपर चढ़ता है.
कबीर साहेब का कथन है की साधना के राह में वह व्यक्ति सूरवीर है जो अपना कदम पीछे नहीं लौटाता है। उसे ही शूरवीर जानिये जो अपने पाँव कभीं पीछे नहीं मौडता है। जो इस राह में आगे चल कर पीछे मुड़ जाता है उसे कभी भी नहीं देखना चाहिये, उसका मुख नहीं देखना चाहिए। आशय है की कबीर साहेब कथन देते हैं की शूरवीर सदा ही संघर्ष करता है पीछे मुडकर नहीं देखता है, ऐसे ही साधक भी भक्ति से विमुख नहीं होता है।
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें।
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