खुदाया शुक्र है तेरा मसीही सोंग
हमें ये दिन देखा है,
तेरे दर पर हम आए हैं,
और अपना सर झुकाया है।
कभी हम भूल नहीं सकते,
मसिहा बरकतें तेरी,
दुआ में जो कुछ मांगा,
आपसे हमने पाया है,
तेरे दर पर हम आए हैं,
और अपना सर झुकाया है।
हम अपने सारे हादिये ले कर,
तेरे घर में हाज़िर हो,
कलाम ए पाक में तूने,
हमें यही सिखाया है,
तेरे दर पर हम आए हैं,
और अपना सर झुकाया है।
मेरी जो सरफराजी है,
वो तेरी मेहरबानी है,
तेरे लुत्फ ओ करम का,
या रब किसने भेद पाया है,
तेरे दर पर हम आए हैं,
और अपना सर झुकाया है।
हमारे बाल बच्चों पर सदा,
नज़र ए करम रखना,
के जैसे आज तक रहमत का,
तेरी हम पर साया है,
तेरे दर पर हम आए हैं,
और अपना सर झुकाया है।
खुदाया शुक्र है तेरा (Khudaya Shukar Hai Tera) - Lyrical Video | Shamey Hans | New Masihi Song 2021
जब मन भीतर से कृतज्ञता और श्रद्धा के भाव में डूब जाता है, तो हर मिले हुए पल और बरकतें बोझ नहीं, बल्कि खुदा की नेमत और मेहरबानी बन जाती हैं। जब जीवन की परेशानियों और मुश्किलों में इंसान अपने सिर खुदा के दर पर झुकाता है, तो वही क्षण उसके लिए सुरक्षा, सुकून और उम्मीद का कारण बनता है। हर दुआ, हर अनुरोध और हर मांग को पूरा करने की ताकत उसी सच्चे मालिक के पास होती है, वह अपने घर बुलाकर इंसान की हर जरूरत में उसे संभालता है; ये भरोसा इंसान को भीतर से मजबूत कर देता है।
इंसान की तरक्की, उसके बच्चों का सुख या उसकी सरफराजी सब उसी दयालु मालिक की रहमत का साया है। जब हरदम एहसान और करम की छाया महसूस होती है, तो जीवन की सच्ची अमीरी अनुभव होती है—जहाँ सिर झुकाने, शुक्रीया अदा करने, बच्चों के लिए रहमत और नजर-ए-करम मांगने का सिलसिला खुदा के दरबार में कभी खत्म नहीं होता। इंसान अपने गुनाह, अपनी नमाज और अपने मांग लेकर सच्चे दिल से मालिक के सामने हाजिर होता है, तब उसे सुकून, अमन और बरकतें हासिल होती हैं।
►Song - Shukar Hai Tera
►Singer - Shamey Hans
► Composition :- Shamey Hans
►Lyrics - Apostle Raman Hans
►Variation & Urdu Poetry - Shok Sahab
►English Lyrics :- Sis Claudia Asim
►Video - Ranjit Uppal
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