नारद जी श्री कृष्ण से उनके सबसे बड़े भक्त के बारे में पूछते हैं। कृष्ण जी मुस्कुराते हुए कहते हैं कि समय आने पर बताएंगे। कुछ दिनों बाद, नारद जी द्वारका आते हैं और देखते हैं कि कृष्ण जी बीमार हैं। कृष्ण जी का सीना दर्द कर रहा है, और उन्हें चरण-रज की आवश्यकता है। नारद जी कृष्ण जी को चरण-रज देने से मना कर देते हैं क्योंकि वे डरते हैं कि इससे उन्हें नर्क मिल जाएगा।
नारद जी तीनों लोकों में कृष्ण जी के भक्त की तलाश करते हैं, लेकिन उन्हें कोई भी भक्त नहीं मिलता है जो चरण-रज देने को तैयार हो। नारद जी निराश होकर कृष्ण जी के पास लौटते हैं। कृष्ण जी उन्हें बृजधाम जाकर गोपियों से मिलने के लिए कहते हैं। गोपियाँ कृष्ण जी के लिए चरण-रज देने के लिए तैयार हो जाती हैं, भले ही उन्हें इसके लिए नर्क जाना पड़े। नारद जी कृष्ण जी को गोपियों की बात बताते हैं। कृष्ण जी कहते हैं कि गोपियाँ ही उनकी सबसे बड़ी भक्त हैं।
मेरी जिंदगी संवर जाए भजन
मेरी जिंदगी संवर जाए,
अगर तुम मिलने आ जाओ, तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
मेरा मुझ में कुछ नहीं, और जो कुछ है तोर, तेरा तुझको सौंपता, गुरुवर क्या लागे है मोर, नब्जें जवाब दे चुकी, साँस का कुछ पता नहीं, आज का दिन तो कट गया, कल की मुझे ख़बर नहीं,
तेरी कृपा से बेनियाज़, कौन सी शय मिली नहीं, झोली ही मेरी तंग है, तेरे यहाँ कमी नहीं। दिल भी लेले जा भी लेले, सर भी है पेशे नजर, इसके आगे तो बता दे, क्या है नजराना तेरा।
छलकते आँख के आंसू, कही बेकार ना हो जाए, कही बेकार ना हो जाए, चरण छूकर बने मोती, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
New Bhajan 2023 Lyrics in Hindi
करम से बन गया पत्थर, नहीं है रूप मेरा कोई, नहीं है रूप मेरा कोई, सलीके से संवर जाऊँ, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
बिना तेरे ओ मनमोहन, मैं मुरझा सा ही रहता हूँ, मैं मुरझा सा ही रहता हूँ, चमन मन के ये खिल जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ,
तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
नही मिलते हो तुम मुझसे, तो मोह दुनिया से होता है, तो मोह दुनिया से होता है, कटे सारे ये भव बंधन, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
भटकता रहता हूँ दर दर, तेरे दीदार के खातिर, तेरे दीदार के खातिर, भटकना छुट जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
मेरी जिंदगी संवर जाए, अगर तुम मिलने आ जाओ, तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ, मेरी जिंदगी संवर.............।
Dilip Gaviya - Meri Jindagi Sanwar Jaye Agar Tum Milne Aa Jao | Gazal | Jalore 2010