करके सिंह सवारी घर आई मैया हाँ आई मैया लिरिक्स Karke Sinh Savari Bhajan Lyrics
करके सिंह सवारी घर आई मैया हाँ आई मैया लिरिक्स Karke Sinh Savari Bhajan Lyrics
करके सिंह सवारी,घर आई मैया हाँ आई मैया,
करके सिंह सवारी,
घर आई मैया हाँ आई मैया
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
पहले नवरात्रे भक्तो के घर आई,
शैलपुत्री का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
दूजे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
ब्रह्मचारिणी का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
तीजे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
चंद्रघंटा का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
चौथे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
कुष्मांडा का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
पांचवे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
स्कंदमाता का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
छटे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
कात्यायिनी रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
सातवे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
कालरात्रि का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
आठवे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
महागौरी का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।
नोवे नवरात्रे भक्तो के घर आई,
सिद्धिदात्री का रूप धर आई,
मैया हाँ आई मैया,
तेरी घर घर में ज्योत जलाई मैया।