कोई जाए जो वृन्दावन मेरा पैगाम भजन
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना,
मैं खुद तो आ नहीं सकता,
मेरा प्रणाम ले जाना।
यह कहना मुरली वाले से,
तुम अब कब बुलाओगे,
पड़े जो जाल माया के,
उन्हें तुम कब छुड़ाओगे,
मेरा जो हाल पूछे तो,
मेरे आंसू बता देना,
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना।
जो रातें जाग कर देखे,
मेरे सब ख्वाब ले जाना,
मेरे आंसू तड़प मेरी,
मेरे सब भाव ले जाना,
ना ले जाओ अगर मुझको,
मेरा सामान ले जाना,
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना।
जब उनके सामने जाओ,
तो उनको देखते रहना,
मेरा जो हाल पूछे तो,
जुबां से कुछ नहीं कहना,
बहा देना कुछ एक आंसू,
मेरी पहचान ले जाना,
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना।
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना,
मैं खुद तो आ नहीं सकता,
मेरा प्रणाम ले जाना।
मेरा पैगाम ले जाना,
मैं खुद तो आ नहीं सकता,
मेरा प्रणाम ले जाना।
यह कहना मुरली वाले से,
तुम अब कब बुलाओगे,
पड़े जो जाल माया के,
उन्हें तुम कब छुड़ाओगे,
मेरा जो हाल पूछे तो,
मेरे आंसू बता देना,
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना।
जो रातें जाग कर देखे,
मेरे सब ख्वाब ले जाना,
मेरे आंसू तड़प मेरी,
मेरे सब भाव ले जाना,
ना ले जाओ अगर मुझको,
मेरा सामान ले जाना,
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना।
जब उनके सामने जाओ,
तो उनको देखते रहना,
मेरा जो हाल पूछे तो,
जुबां से कुछ नहीं कहना,
बहा देना कुछ एक आंसू,
मेरी पहचान ले जाना,
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना।
कोई जाए जो वृन्दावन,
मेरा पैगाम ले जाना,
मैं खुद तो आ नहीं सकता,
मेरा प्रणाम ले जाना।
Koi jaye jo vrindavan. कोई जाए जो वृंदावन
वृन्दावन ब्रज भूमि क्षेत्र का एक प्रमुख हिस्सा है और हिन्दू धर्म, विशेष रूप से वैष्णव परंपरा के भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने अपना अधिकांश बचपन यहीं बिताया था, जहाँ उन्होंने अपनी दिव्य लीलाएँ (खेल) और रास रचाए थे। इस पवित्र स्थान का नाम 'वृन्दा' (तुलसी) और 'वन' (जंगल) से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'तुलसी का वन'। यहाँ राधा और कृष्ण को समर्पित लगभग 5,500 मंदिर हैं, जिनमें बांके बिहारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर (कृष्ण बलराम मंदिर), और प्रेम मंदिर सबसे प्रसिद्ध हैं। 16वीं शताब्दी में, गौड़ीय वैष्णव संत चैतन्य महाप्रभु ने इस स्थान को फिर से खोजा था, जिसके बाद यहां कई भव्य मंदिरों का निर्माण हुआ।
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