जय जय गिरिराज धरैया लिरिक्स
जय जय गिरिराज धरैया,
जय जय गिरिराज धरैया,
मोर मुकुटधर जय मुरलीधर,
जय जय कृष्ण कन्हैया।
जन जन का अन्न कूट कूट कर,
ब्रज का ब्रजरस लूट लूट कर,
दूध दही माखन मिसरी फल,
छप्पन भोग लगैया गिरिराज,
जय जय गिरिराज धरैया,
जय जय गिरिराज धरैया,
मोर मुकुटधर जय मुरलीधर,
जय जय कृष्ण कन्हैया।
सुरपति का मद मर्दन कीन्हा,
देव गोवर्धन ब्रज को दीन्हा,
वरदायक फलदायक दर्शन,
दुखहर मेहर करैया गिरिराज,
जय जय गिरिराज धरैया,
जय जय गिरिराज धरैया,
मोर मुकुटधर जय मुरलीधर,
जय जय कृष्ण कन्हैया।
गा लौ मधुप गोवर्धन गाथा,
कर परिक्रमा न्वा लौ माथा,
आरती वन्दन पूजा दर्शन,
भवजल पार तरैया गिरिराज,
जय जय गिरिराज धरैया,
जय जय गिरिराज धरैया,
मोर मुकुटधर जय मुरलीधर,
जय जय कृष्ण कन्हैया।
Jay Jay Giriraj Dharanki high-quality by mojilo Kanudo Studio
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.