रहना नहीं देश विराना है लिरिक्स
रहना नहीं देश विराना है,
यहाँ रहना नहीं देस बिराना है,
बिराना है रे बेगाना है,
यहां रहना नहीं देस बिराना है।
यह संसार कागद की पुड़िया है,
बूंद पड़े गल जाना है,
बूंद पड़े गल जाना है,
यहां रहना नहीं देस बिराना है।
यह संसार कांटे की बाड़ी है,
उलझ पुलझ मरि जाना है,
उलझ पुलझ मरि जाना है,
यहां रहना नहीं देस बिराना है।
यह संसार झाड़ और झांखर,
आग लगे जल जाना है,
आग लगे जल जाना है,
यहां रहना नहीं देस बिराना है।
कहत कबीर सुनो भाई साधो,
सतुगरु नाम ठिकाना है,
सतुगरु नाम ठिकाना है,
यहां रहना नहीं देस बिराना है।
यहां रहना नहीं देस वीराना है,
बिराना है रे बेगाना है,
यहां रहना नहीं देस बिराना है।
रेहना नहीं देश विराना है | Rehna Nahin Desh Veerana Hai | Kabir Vani | Anup Jalota Bhajan