तेरी मुरली की तान सुहानी भजन
तेरी मुरली की तान सुहानी कृष्णा भजन
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी,
बांके बिहारी मेरे कुंज बिहारी,
तेरी मुरली पर जाऊं बलिहारी,
बलिहारी मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
नंद दुलारे ओ गोकुल के प्यारे,
नख पे कन्हैया गोवर्धन है धारे,
लीला है तेरी निराली,
ओ निराली मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
मोर पंख तेरे शीश विराजे,
वैजयंती माला गले तेरे साजे,
सूरत है तेरी प्यारी,
ओ प्यारी मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
श्याम सलोने तू गैयां चराये,
यमुना पै गोपियन के चीर चुराये,
प्रमोद कश्यप पर कृपा है,
भारी ओ भारी मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
सुहानी मेरे बांके बिहारी,
बांके बिहारी मेरे कुंज बिहारी,
तेरी मुरली पर जाऊं बलिहारी,
बलिहारी मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
नंद दुलारे ओ गोकुल के प्यारे,
नख पे कन्हैया गोवर्धन है धारे,
लीला है तेरी निराली,
ओ निराली मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
मोर पंख तेरे शीश विराजे,
वैजयंती माला गले तेरे साजे,
सूरत है तेरी प्यारी,
ओ प्यारी मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
श्याम सलोने तू गैयां चराये,
यमुना पै गोपियन के चीर चुराये,
प्रमोद कश्यप पर कृपा है,
भारी ओ भारी मेरे बांके बिहारी,
तेरी मुरली की तान सुहानी,
सुहानी मेरे बांके बिहारी।
तेरी मुरली की तान सुहानी // 2023 श्री कृष्ण स्पेशल भजन // Pramod Kashyap
SONG CREDITS :-
Singer : Pramod Kashyap
Lyrics : Mannu Sharma, Mukul Jadon
Music : Prox Music
VIDEO CREDITS
Artist :- Pramod Kashyap
Jhaki Artist :- RJ Art Gurup - Rahul Gautam, Payal
Singer : Pramod Kashyap
Lyrics : Mannu Sharma, Mukul Jadon
Music : Prox Music
VIDEO CREDITS
Artist :- Pramod Kashyap
Jhaki Artist :- RJ Art Gurup - Rahul Gautam, Payal
वृंदावन की शांत गलियों में जब मुरली की मधुर तान बहती है, तो मानो सम्पूर्ण सृष्टि उस स्वर में समा जाती है। वह स्वर केवल ध्वनि नहीं, आत्मा का कंपन है; जो सुनने वाले के भीतर गहरे उतरकर मोह, माया और विकारों को भुला देता है। कान्हा की बांसुरी का संगीत उस प्रेम का प्रतीक है, जो निर्लिप्त होकर भी सबसे गहरा है — वह प्रेम जो शब्दों से परे है और केवल हृदय की लय में अनुभव किया जा सकता है। उनकी बांसुरी जब बजती है, तो वृंदावन में हर प्राणी, हर कण, हर मन उसी ध्वनि की ओर भागता है जैसे आत्मा अपने स्रोत की ओर लौटती है।
