अगर प्यार तेरे से पाया ना होता भजन
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता।
ना होती तमन्ना ही, तेरे मिलन की,
अगर मेरे मन को तू भाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।
लबों पे तेरा ये तराना ना होता,
अगर तीर दिल से, चलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।
ना फिरती मैं तेरे, लिए मारी मारी,
अगर तुने खुद ही रुलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।
तो मै भी निराशा में, आशा ना रखती,
किसी के लिये गर तू आया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।
ये बेदर्द दुनिया, मुझे कुछ तो कहती,
अगर तुने दिल से, बुलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता।
Agar Pyar Tere Se Paya Na Hota Vinod Agarwal I Preetam Kya Apradh Hamara
"Agar Pyaar Tere Se Paaya Na Hota,
Tujhe Shyam Apna Banaaya Na Hota।
Na Hoti Tamanna Hi, Tere Milan Ki,
Agar Mere Mann Ko Tu Bhaya Na Hota,
Agar Pyaar Tere Se Paaya Na Hota।