अति कभी न करना प्यारे भजन
अति कभी न करना प्यारे ,अति तेरी हो जायेगी।
बिन पंखो के पक्षी जैसे ,गति तेरी हो जायेगी।
अति सुन्दर थी सीता मैया ,जिसके कारण हरण हुआ।
अति घमंडी था वो रावण ,जिसके कारण मरण हुआ।
अति सदा वर्जित है बन्दे ,क्षति तेरी हो जायेगी।
बिन पंखो के पक्षी जैसे ,गति तेरी हो जायेगी।
अति वचन बोली पांचाली ,महाभारत का युद्ध हुआ।
अति दान देकर के राजा ,बलि भी बंधन मुक्त हुआ।
अति विश्वास कभी न करना ,मती तेरी फिर जायेगी।
बिन पंखो के पक्षी जैसे ,गति तेरी हो जायेगी।
अति बलशाली सेना लेकर ,कौरव चकनाचूर हुआ।
अति लालचवश जाने कितने ,सतकर्मो से दूर हुआ।
अति के पीछे मत कोई भागो ,अति अंत करवायेगी।
बिन पंखो के पक्षी जैसे ,गति तेरी हो जायेगी।
अति कभी ना करना प्यारे | Ati Kabhi Na Karna Pyare | Chetawani Bhajan by Swati Agarwal | Audio