राणी सती राणा ने कह रही जी मंदिर बणसी मेरो भजन

राणी सती राणा ने कह रही जी मंदिर बणसी मेरो भजन

राणी सती राणा ने कह रही जी,
ले ज्या राणा भस्मी,
और घोड़ी तेरे साथ,
मंदिर बणसी मेरो जोर को जी।

दिन छिपणा से पहले ना रुकी जै,
सही ठिकाणे रुक जावेगी,
घोड़ी अपने आप,
मंदिर बणसी मेरो जोर को जी।

दुनिया सारी थाने रोकसी जी,
पण तू निर्भय रहजै राणा,
मैं हूं तेरे साथ,
मंदिर बणसी मेरो जोर को जी।

कोई भी मूरत मेरी ना बना ज्यो,
करसू मैं त्रिशूल में बैठी,
सबकी नैया पार,
मंदिर बणसी मेरो जोर को जी।

भादी मावस को मेला लागसी जी,
जात जड़ूला करबा आसी,
लाखां ही नर नार,
मंदिर बणसी मेरो जोर को जी।

चुनड़ी उढ़ा कर,
झोली जो मांडसी जी,
करसू मंगल अंबरीष,
कोनी भेजूं खाली हाथ,
मंदिर बणसी मेरो जोर को जी।


राणीसती राणा ने कह रही जी लेज्या राणा भस्मी और घोड़ी तेरे साथ मंदिर बणसी मेरो जोर को जी #Ambrish

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Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

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