कित्थे बैठ गया समाधियां लाके

कित्थे बैठ गया समाधियां लाके

कित्थे बैठ गया समाधियां लाके,
गांवआं किधे कोल छडियां,
धूणा बोहड़ा थल्ले बैठा है तपाके,
गांवआं किधे कोल छडियां।।

जंगलां च बाबा जी ने मंगल लगा लेया,
फेर-फेर माला रंग नाम दी चढ़ा लेया,
कहिंदा उठणा मैं दर्शन पाके,
गांवआं किधे कोल छडियां।।

उमर नयाणी लगे, जोगी रूप रब दा,
लाके ध्यान बैठा शिवा नूं है लबदा,
लाइया लकड़ियां वी धूणे च सजाके,
गांवआं किधे कोल छडियां।।

भगत मदन कहिंदा, ऐहो धूमा पै गईयां,
चरके जो आईयां, गांवआं धूणे कोल बैठ गईयां,
जिम्में बन जान्दा कोई है लियाके,
गांवआं किधे कोल छडियां।।


Kithe beh gya samaadiyan lake gauaan kide kol chadiyaan. Bhagat Madam Gopal Bhardwaj

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर बाबा बालकनाथ भजन, शिव भजन, आध्यात्मिक भजन का संग्रह। इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post