बेवजह मुझ पे जो उंगली कोई उठ जाती है

बेवजह मुझ पे जो उंगली कोई उठ जाती है

बेवजह मुझ पे जो उंगली,
कोई उठ जाती है,
मुझे तब श्याम,
तेरी याद बहुत आती है।।

है सब जिधर हवा का हो झोंका,
आज अपनों से मिल रहा धोखा,
आज अपनों से मिल रहा धोखा,
झूठी बुनियाद की जुबां,
नहीं शरमाती है,
मुझे तब श्याम,
तेरी याद बहुत आती है।।

ऐसे हालातों में जीना मुश्किल,
सिसकसिसक के रोए मेरा दिल,
सिसकसिसक के रोए मेरा दिल,
हो के बेबस ये आंख,
अश्क़ों से नहाती है,
मुझे तब श्याम,
तेरी याद बहुत आती है।।

अपनी बातों पे नहीं उतरे खरे,
ऐसे रिश्तों से मन ये मेरा डरे,
ऐसे रिश्तों से मन ये मेरा डरे,
ठोकरें वैभव ये सही,
सबक सिखाती है,
मुझे तब श्याम,
तेरी याद बहुत आती है।।

बेवजह मुझ पे जो उंगली,
कोई उठ जाती है,
मुझे तब श्याम,
तेरी याद बहुत आती है।।


Shyam Teri Yaad || Saurabh Agarwal || Latest Shyam Baba Bhajan 2024

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 


यह भजन भी देखिये
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर गणेश भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post