मन बस गयो नन्दकिशोर अब जाना नहीं लिरिक्स Man Bas Gayo Nandkishor
मन बस गयो नन्दकिशोर,
हो मन बस गयो नंदकिशोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
सौंप दिया अब जीवन तोहे,
राखो जिस विधि रखना मोहे,
तेरे दर पे पड़ी हूँ सब छोड़,
बसालो वृन्दावन में।
चाकर बनकर सेवा करुँगी,
मधुकरी मांग कलेवा करूंगी,
तेरे दरश करुँगी उठ भोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
अर्ज मेरी मंजूर ये करना,
वृन्दावन से दूर न करना,
कहे मधुप हरी जी हाथ जोड़,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
मन बस गयो नंदकिशोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
मन बस गयो नन्द किशोर | SuperHit Krishna Bhajan | Man Bas Gayo Nand Kishor | Devi Chitralekha Ji
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Author - Saroj Jangir
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