गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो Govind Bolo Hari Gopal Bolo Lyrics
गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,
वो तो तुम्हारा है तुम उसके होलो,
गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,
राधा रमण हरि गोविंद बोलो।
मन में मुकुंदा की मधुरी घोलो,
कण कण में तन के कन्हैया सजोलो।
बरसे है घनश्याम तन मन भीगो लो,
वो तो तुम्हारा है तुम उसके होलो।
गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,
राधा रमण हरि गोविंद बोलो।
संसार सागर हृदय शेष मेरा,
लक्ष्मी संग शयन करे श्याम मेरा,
शंख और चक्र गदा पदम साजे।
लक्ष्मी नारायण मेरे मन विराजे,
दर्शन करो रे मन के द्वार खोलो।
नारायण बोलो श्री दामोदर बोलो,
घनश्याम बोलो श्री योगेश्वर बोलो।
कहने को तो वो जगदीश कहते,
घर घर जाकर वो माखन चुराते।
जो श्याम जग को रचे रखे मारे,
गोपी के ग्वालों के संग लीला धरे,
समझा है समझेगा कौन हरि बोलो।
रस बिहारी श्री ब्रज वल्लभ बोलो
श्यामा श्याम श्री वल्लभ बोलो।
गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,
राधा रमण हरि गोविंद बोलो।
Janmashtami Song | Govind Bolo Hari Gopal Bolo | Anup Jalota | Popular Krishna Bhajan And Aarti
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