जहां महावीर ने जन्म लिया
जहां महावीर ने जन्म लिया,
मैं गीत वहां के गाता हूं,
जहां महावीर ने जन्म लिया,
मैं गीत वहां के गाता हूं,
जिसका कण कण पावन है,
मैं उस भू को शीश नवाता हूं।
थी चेत सुधि तेरस महान,
अवतरित धरा पर वीर हुआ,
भूमण्डल पर छा गयी शांति,
जब महावीर का जन्म हुआ,
इस पावन भू की महिमा सुन,
मैं रोज रोज हर्षाता हूं।
सिद्धार्थ पिता का नौनिहाल,
जग की आंखों का तारा था,
त्रिशला मां के दिल से पूछो,
वो उनका राज दुलारा था,
उस वीर प्रभु की महिमा सुन,
मैं नित नित शीश झुकता हूं।
तुम जियो सभी को जीने दो,
था धर्म यही जो बतलाया,
हिंसा से मुक्ति नहीं मिलती,
ये सबके दिल में ठहराया,
उस वीर प्रभु की पूजा में,
श्रद्धा के सुमन चढ़ाता हूं।
जहां महावीर ने जन्म लिया,
मैं गीत वहां के गाता हूं,
जहां महावीर ने जन्म लिया,
मैं गीत वहां के गाता हूं,
जिसका कण कण पावन है,
मैं उस भू को शीश नवाता हूं।
जहाँ महावीर ने जन्म लिया । Jahan Mahaveer Ne Janm Liya
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