कृष्ण सुदामा लिरिक्स Rap रांझा लिरिक्स

कृष्ण सुदामा लिरिक्स Rap रांझा लिरिक्स


कृष्ण सुदामा लिरिक्स Rap रांझा लिरिक्स Krishna Sudama Lyrics Rap

अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है,
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है।

भटकते भटकते ना जाने कहां से,
भटकते भटकते ना जाने कहां से,
तुम्हारे महल के करीब आ गया है,
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है।

कहानी ये दो बाल सखा की,
गुरुकुल में जो साथ पढ़े,
बचपन में था दिया वचन,
कि सुख दुख सारे बांटेंगे।

जैसे जैसे बीता समय,
दोनों के जीवन पथ बदले,
निर्धन बने सुदामा और,
श्री कृष्ण द्वारिकाधीश बने।

खाने को मोहताज फिर भी,
जीवन से ना कोई शिकायत,
भिक्षा मांग वो करे गुजारा,
ना उन्हें कुछ थी अधिक की चाहत।

कब तक सोए पर बालक भूखे,
इनका क्या ही दोष भला,
बोली पत्नी सुदामा से,
तुम सखा से मांगो मदद जरा।

पत्नी के हाथ करने पर हां,
चले सुदामा द्वारका नगरी,
नंगे पैर ही गए सुदामा,
धोती मैली सारी फटी थी।

पहुंच द्वारिका पूछे सबसे क्या,
कृष्ण के महल का रास्ता,
सबको बताते वो जाते,
कृष्ण से मेरी गहरी मित्रता।

ना सर पे है पगड़ी,
ना तन पे हैं जामा,
बता दो कन्हैया को,
नाम है सुदामा,
हो ना सर पे है पगड़ी,
ना तन पे हैं जामा,
बता दो कन्हैया को,
नाम है सुदामा।

एक बार मोहन,
से जाकर के कह दो,
तुम एक बार मोहन,
से जाकर के कह दो,
के मिलने सखा,
बदनसीब आ गया है,
के दर पे सुदामा,
गरीब आ गया है।

देख के हाल सुदामा का,
लोग कहे पागल उनको,
कोई ढोंगी है जो आया है,
मारो सारे पत्थर उसको।

इतना निर्धन ब्राह्मण,
भला मित्र कृष्ण का कैसे होगा,
हस रहे लोग सुदामा पर,
वो अंदर ही अंदर जाए रोता।

जैसे तैसे पहुंच गए वो,
कृष्ण के महल के द्वारों तक,
द्वारपालों ने रोका उनको,
पूछा आने का उपलक्ष।

बोले सुदामा उनसे द्वारिकाधीश,
को वो सन्देश ये दे,
आया मिलने सखा सुदामा,
निर्धन दूर प्रदेश से।

द्वारपाल के जाने के बाद,
लगे सोचने ध्यान से वो,
मुझसे मिलने के बाद कहीं,
महसूस करे ना अपमानित वो।

क्या कृष्ण उन्हें पहचानते अब भी,
खड़े खड़े वो सोच रहे,
क्यों ही याद रहूंगा उन्हें,
ये सोच द्वार से ही लौट रहे तभी।

सुनते ही दौड़े चले आये मोहन,
लगाया गले से सुदामा को मोहन,
सुनते ही दौड़े चले आये मोहन,
लगाया गले से सुदामा को मोहन।

हुआ रुक्मणि को बहुत ही अचम्भा,
हुआ रुक्मणि को बहुत ही अचम्भा,
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है,
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है।

देख के सारे लोग अचम्भित,
ये भला कैसी माया है,
एक निर्धन ब्राह्मण से मिलने,
त्रिलोक पति खुद आया है।

नंगे पैर ही भागे कृष्णा,
हालत कर ली पागलों जैसी,
लगाए सुदामा को सीने से अपने,
गिरते जाए आंखों से मोती।

देख सुदामा की हालत,
केशव फूट फूट के रोए हैं,
सिंहासन पर बैठा कर उनके,
चरण आंसू से धोए है।

तभी पड़ी नज़र केशव की,
सुदामा कुछ तो छुपा रहे,
मित्र को अपने देने भेंट में,
तीन मुट्ठी चावल जो लाए।

छप्पन भोग खाने वाला राजा,
क्यों ही भला हा ये खाए,
तभी देने में संकोच करे,
श्री कृष्ण मंद मंद मुस्काए।

छीन पोटली सुदामा से,
चावल देख कर बोले कि,
इस भेंट की तुलना कर ना सके,
कोई भेंट समस्त ब्रह्मांड की।

जैसे ही कृष्ण ने चावल,
का पहला आहार लिया,
धरती लोक का सारा सुख,
सखा सुदामा के नाम किया।

दूसरी मुट्ठी में कान्हा ने,
स्वर्ग लोक प्रदान किया,
तीसरी मुट्ठी खाने चले,
मां लक्ष्मी ने हाथ थाम लिया।

हे भगवान क्या अब इनको,
वैकुंठ धाम भी दे दोगे,
अब थम जाओ माधव,
अपना सिंहासन भी आप खो दोगे।

इस मुट्ठी चावल के लिए रुक्मिणी,
ब्रह्मांड का त्याग करुं,
उसने अपना सब दिया मुझे,
मैं मेरा उसके नाम करुं।

सुनकर बातें कृष्ण की ऐसी,
समस्त देवगण घबराए,
ये देख मां रुक्मिणी ने चावल,
छीन के कान्हा से खुद खाए।

निस्वार्थ मित्रता देख के आंखें,
शिव ब्रह्मा की छलक गई,
जय हो आपकी द्वारिकाधीश,
आपसा जग में कोई नहीं।

बराबर में अपने सुदामा बैठाए,
चरण आंसू से श्याम ने धुलाए,
चरण आंसू से श्याम ने धुलाए।

ना घबराओ प्यारे जरा तुम सुदामा,
ना घबराओ प्यारे जरा तुम सुदामा,
खुशी का समां तेरे करीब आ गया है,
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है।


Krishna Sudama - Raanjha || Lucky || Hindi Rap Song || Are Dwaarpalo Rap Song ||


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Song:- Krishna Sudama
Lyrics & Composition:- Raanjha
Vocals:- Raanjha & Lucky
Music:- Smokey
Mix and Master:- A Cube Music
video:- Raanjha
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