राजस्थानी कहावत बंबी में बड़तां तौ साप ईं सीधौ व्है।
अर्थ हिंदी में: समय आने पर धूर्त और कपटी व्यक्ति को भी सरल और सीधा होना पड़ता है।
अंग्रेज़ी में: In challenging situations, even the cunning and deceitful are forced to become humble and straightforward.
जद रामलाल कै हालात खराब होया, तै बंबी में बड़तां साप ईं सीधौ व्है ज्यूं थारो बोल चाल बदल गयो।
हिंदी में: जब रामलाल की परिस्थितियाँ खराब हुईं, तो वह समय के साथ सीधा और सरल बन गया।
अंग्रेज़ी में: When Ramlal faced difficult circumstances, he had to change his ways and become humble.
यह कहावत आशय है की दुष्ट व्यक्ति विपरीत समय में ही काबू में आ सकता है, जब उसका समय खराब चल रहा हो, अतः दुष्ट व्यक्ति को तभी काबू में किया जा सकता है जब वह स्वंय ही विपरीत स्थिति में घिरा हुआ हो. यहाँ सांप को कपटी और चालाक व्यक्ति के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है। जैसे बंबी (सांप का बिल) में प्रवेश करने पर सांप को सीधा होना पड़ता है, वैसे ही कठिन समय आने पर धूर्त व्यक्ति को भी अपनी चालाकी छोड़नी पड़ती है।
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