राजस्थानी कहावत-फूट्यो ढोल होणौ।
अर्थ हिंदी में: नितांत मूर्ख होना।
अंग्रेज़ी में: To be extremely foolish or naive.
रामु कै बिना सोचे-समझे बात मानणो देख कै म्हें समझ गयो कि ईं फूट्यो ढोल हो।
हिंदी में: रामू की बिना सोचे-समझे बात मानने की आदत देखकर मैं समझ गया कि वह नितांत मूर्ख है।
अंग्रेज़ी में: Seeing Ramu blindly agreeing to everything, I realized he is extremely foolish.

इस कहावत से आशय है की जब व्यक्ति पूर्ण रूप से मुर्ख हो, जैसे की जब ढोलक फट जाता है तो वह ध्वनि नहीं निकाल सकता है, संगीत उत्पन्न नहीं कर सकता है और उसकी उपयोगिता शून्य हो जाती है, ऐसे में फूट्या ढोल से आशय है की कोई व्यक्ति जब जड़ मूर्ख हो.। "फूट्यो ढोल" का प्रतीकात्मक अर्थ यह है कि जैसे फूटा हुआ ढोल किसी काम का नहीं होता, वैसे ही नितांत मूर्ख व्यक्ति किसी भी काम का नहीं रहता है। "फूट्यो ढोल होणौ" कहावत का उपयोग उन लोगों के लिए किया जाता है, जो सोचने-समझने की क्षमता का अभाव रखते हैं और मूर्खतापूर्ण निर्णय लेते हैं। यह कहावत यह सिखाती है कि ज्ञान और विवेक का होना जीवन में कितना महत्वपूर्ण है। मूर्ख व्यक्ति न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी समस्याएँ खड़ी कर सकता है। यह कहावत हमें यह भी प्रेरणा देती है कि जीवन में सोच-समझकर काम करना और अपनी बुद्धि का सही उपयोग करना चाहिए।आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
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