राजस्थानी कहावत: गरदण झुकणी
हिंदी में अर्थ: लज्जित होना या शर्म महसूस करना।
अंग्रेजी में अर्थ: To feel ashamed or embarrassed.
राजस्थानी भाषा में वाक्य:
गांव के बुजुर्गों के सामने झूठ पकड़ा गया तो उसको गरदण झुकणी पड़ी।
हिंदी में स्पष्ट अर्थ: गांव के बुजुर्गों के सामने झूठ पकड़े जाने पर उसे शर्मिंदगी महसूस हुई।
अंग्रेजी में स्पष्ट अर्थ: He felt ashamed when his lie was caught in front of the village elders.
"गरदण झुकणी" एक गहरी सांस्कृतिक कहावत है जो किसी के गलत काम, झूठ या अनुचित व्यवहार के बाद महसूस की जाने वाली शर्मिंदगी का प्रतीक है। यह कहावत राजस्थानी समाज की मूल भावनाओं और नैतिकता को दर्शाती है, जहां इज्जत और ईमानदारी को बहुत महत्व दिया जाता है। यह कहावत हमें यह भी सिखाती है कि समाज में सत्यनिष्ठा और अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है, क्योंकि गलतियों या झूठ के उजागर होने पर व्यक्ति को लज्जित होना पड़ता है।
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