मरुधर धरती ऊंचो रे मंदिर है जंभेश्वर भजन

मरुधर धरती ऊंचो रे मंदिर है जंभेश्वर भजन

मरुधर धरती ऊंचो रे मंदिर है,
मांई विराजे जंभेश्वर भगवान,
समराथल धाम में।।

ध्यावे, पूजे थाने सगला नर-नार जी,
अठे विराजे विष्णु रा अवतार,
समराथल धाम में।।

गढ़ रे बीकाणा में मोटो थारों धाम जी,
अठे विराजे जंभेश्वर भगवान,
समराथल धाम में।।

२९ नियमों को पंथ बनाया जी,
जीव दया रो अर्थ समझायो जी,
करी तपस्या समराथल धाम,
समराथल धाम में।।

जीव पालन एवं वन लगावण,
लड़े पर्यावरण रक्षा के खातिर,
अठे विराजे विष्णु रा अवतार,
समराथल धाम में।।

विष्णु रे विष्णु, भण रे प्राणी,
होवसी बेड़ा पार,
समराथल धाम में।।

भगत रे थारी आवे मुकाम,
पर जुक-जुक करे निवण प्रणाम,
समराथल धाम में।।

गणेश फौजी थारी महिमा बनावे जी,
रमेश सारण थारी महिमा गावे जी,
करे-करे थाने ओ प्रणाम,
समराथल धाम में।।

मरुधर धरती ऊंचो रे मंदिर है,
मांई विराजे जंभेश्वर भगवान,
समराथल धाम में।।


2022 का पहला सोंग कोमल बिश्नोई श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर सोनडी मरूधर धरती रो ऊंचों 

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
यह भजन भी देखिये
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post