श्री राम रुणिचे वाला रे अटकी नैया ने पार

श्री राम रुणिचे वाला रे अटकी नैया ने पार

श्री राम रूणिचे वाला रे,
अटकी भारत में नैया,
पार लंगाज्या आज्या,
पार लंगाज्या हो।।

अटकी नाव समद में गोता,
खा रही जी, खा रही,
बाण्या बोयता की अर्ज रूणिचे,
जा रही जी, जा रही,
बैठ्या भुजा पसारी रे,
नैया न किनारे ल्याया,
जहाज तिराज्या आज्या,
जहाज तिराज्या हो।।

भेरू राक्षस भोम उजाड़्या,
जा रियो जी, जा रियो,
गेंद खेलता बन म रामदेव,
पा गए जी, पा गए,
भेरू राक्षस मार्यो रे,
ऊपर शीला सरकादी,
रूणिचो बसाज्या आज्या,
रूणिचो बसाज्या हो।।

पांचों पीर मक्का से मतों कर,
आ गए जी, आ गए,
घुड़ला चराता बन में रामदेव,
पा गए जी, पा गए,
आसान दे बैठाया रे,
मुख से फरमावो पीरा,
कटोरा मांगाज्या आज्या,
कटोरा मांगाज्या हो।।

हरजी भाटी जन्म-जन्म को,
दास है जी, दास है,
सिमरे जाकी पूरी बाबो,
आस है जी, आस है,
बेड़ा पार लंगाज्या रे,
चवदिश भवन के राजा,
वंश बधाज्या आज्या,
वंश बधाज्या हो।।

श्री राम रूणिचे वाला रे,
अटकी भारत में नैया,
पार लंगाज्या आज्या,
पार लंगाज्या हो।।


#बाबा #रामदेव जी महाराज का भजन।#सिंगर : विनोद मेघवाल हनुमानपुरा।#like #न्यूभजन #चेतावनी_भजन।

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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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