कण कण में बस रिया तू भजन
कण कण में बस रिया तू भजन
कण कण में बस रिया तू,
कण कण रच दिया हाथ ते,
कण कण पे राज तेरा,
कोई कण न बच्या,
तेरी आंख्यां ते।
फिरा तू फकीरी में,
फिरा तू दिन रात रे,
मांगू मैं फकीरी में तन्ने,
ढूंढे मेरी आंख रे।
मेरे भोलेनाथ रे,
सच्चा मन की या बात रे,
और के चाहिए इस जीवन में,
हो ज्या तेरे ते मुलाकात रे।
सांस देके जीवन में तन्ने,
धड़कने जगाई भोले,
तू मिले ते पूछूं धरती,
किस ढाल रे बनाई भोले।
धैर्य सीखा तेरे ते,
बसरिया भीतर किरदार तेरा,
शंभु अहसान तेरा मनने,
मां इसी जिये पाए भोले।
मां मेरी ने तेरे नाम की
छोड़ी गहरी छाप रे,
घरते लिख दूं मां बोले पहला,
बोल जाए भोलेनाथ रे।
मेरे भोलेनाथ रे,
सच्चा मन की या बात रे,
और के चाहिए इस जीवन में,
हो ज्या तेरे ते मुलाकात रे।
सुनूं तेरा नाम ते तिरजा,
गंगा मेरे काम भोले,
मां मेरी भगवान के वर्गी,
का तू ही भगवान भोले।
देख सकूं आंख भरके
शिव शंभु तेरा रूप मैं,
मेरी दोनों आंख्यां में
घाल दे तू जान भोले।
उत्तर पश्चिम पूरब दक्षिण,
दुनिया में तेरी शाख रे,
मेरी आंख्यां में छपरी,
शिव शंभु तेरी आंख रे।
मेरे भोलेनाथ रे,
सच्चा मन की या बात रे,
और के चाहिए इस जीवन में,
हो ज्या तेरे ते मुलाकात रे।
कण कण रच दिया हाथ ते,
कण कण पे राज तेरा,
कोई कण न बच्या,
तेरी आंख्यां ते।
फिरा तू फकीरी में,
फिरा तू दिन रात रे,
मांगू मैं फकीरी में तन्ने,
ढूंढे मेरी आंख रे।
मेरे भोलेनाथ रे,
सच्चा मन की या बात रे,
और के चाहिए इस जीवन में,
हो ज्या तेरे ते मुलाकात रे।
सांस देके जीवन में तन्ने,
धड़कने जगाई भोले,
तू मिले ते पूछूं धरती,
किस ढाल रे बनाई भोले।
धैर्य सीखा तेरे ते,
बसरिया भीतर किरदार तेरा,
शंभु अहसान तेरा मनने,
मां इसी जिये पाए भोले।
मां मेरी ने तेरे नाम की
छोड़ी गहरी छाप रे,
घरते लिख दूं मां बोले पहला,
बोल जाए भोलेनाथ रे।
मेरे भोलेनाथ रे,
सच्चा मन की या बात रे,
और के चाहिए इस जीवन में,
हो ज्या तेरे ते मुलाकात रे।
सुनूं तेरा नाम ते तिरजा,
गंगा मेरे काम भोले,
मां मेरी भगवान के वर्गी,
का तू ही भगवान भोले।
देख सकूं आंख भरके
शिव शंभु तेरा रूप मैं,
मेरी दोनों आंख्यां में
घाल दे तू जान भोले।
उत्तर पश्चिम पूरब दक्षिण,
दुनिया में तेरी शाख रे,
मेरी आंख्यां में छपरी,
शिव शंभु तेरी आंख रे।
मेरे भोलेनाथ रे,
सच्चा मन की या बात रे,
और के चाहिए इस जीवन में,
हो ज्या तेरे ते मुलाकात रे।
यह भजन भोलेनाथ की महिमा और उनकी उपस्थिति का वर्णन करता है। इसमें बताया गया है कि भगवान शिव हर कण-कण में समाए हुए हैं और उनकी कृपा से ही यह सृष्टि चल रही है। इस भजन में सच्ची भावनाएं व्यक्त की गई हैं, भक्तजन भोलेनाथ से मिलने की प्रार्थना करते है और कहते हैं कि जीवन में कुछ और चाहिए ही नहीं, बस भोलेनाथ का साथ चाहिए। यह भजन सरल, सजीव और दिल को छू लेने वाला भजन है।
MERE BHOLENATH RE 2 Karan Sharma | Hashtag Pandit | New Haryanvi Bholenath Song 2024 | Shiv Ji
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Song - MERE BHOLENATH RE 2
Singer - Karan Sharma
Lyrics - NYC Bhoria
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Singer - Karan Sharma
Lyrics - NYC Bhoria
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Author - Saroj Jangir
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