राधे राधे बोल कृष्ण आयेंगें यहीं, मन वृन्दावन होवे, तू उसमें निज को खोवे, राधे राधे बोल कृष्ण आयेंगे यहीं।
कितने जीवन बीत चुके हैं, हाय तेरे जग भोगों में, कितने युग बरबाद किये तू, जन्म मरण अरु रोगों में,
अब भी दिल से हरि कीर्तन, क्या गाओगे नहीं, राधे राधे बोल कृष्ण आयेंगे यहीं।
कब तक सोयेगा रे भाई, झूठ कपट क्या अच्छा है, धन हित पापाचार करे तू, संग्रह में क्या रक्खा है, बिना त्याग के श्री हरि को, तुम भाओगे नहीं, राधे राधे बोल कृष्ण आयेंगे यहीं।
Radha Rani Bhajan Lyrics in Hindi
त्याग तपस्या मय करु जीवन, भूलो नहीं जमाने में, युग युग बीत गये रे भाई, हाय तुझे समझाने में, बिनु सत्संगति देवादास, हरि पाओगे नहीं, राधे राधे बोल कृष्ण आयेंगे यहीं।
वृंदावन प्रेम और भक्ति की उस पावन भूमि का नाम है जहां राधारानी और श्री कृष्ण की लीलाएं गूंजती हैं। यह स्थान हमें सिखाता है कि सच्चा प्रेम केवल पाने में नहीं, बल्कि समर्पण में है। राधा रानी, भक्ति और प्रेम की मूर्ति, श्री कृष्ण के प्रति अपने अटूट प्रेम के कारण पूजनीय हैं। उनका हर एक कदम वृंदावन की माटी को पवित्र करता है। जब हमारा मन वृंदावन बन जाता है, शुद्ध, शांत और हरि के प्रेम से भरा हुआ तभी श्री कृष्ण हमारे हृदय में वास करते हैं। हमने जीवन में कितने युग व्यर्थ किए, सांसारिक सुखों और दुःखों में उलझकर। लेकिन अब समय है कि हम अपने मन को श्री कृष्ण के प्रेम में रंग दें। हरि कीर्तन और राधा-कृष्ण के नाम का जप न केवल हमारे मन को शांति देता है, बल्कि हमें उनके निकट भी लाता है। जब हम अपने अहंकार और सांसारिक इच्छाओं को छोड़कर स्वयं को हरि में विलीन कर देते हैं, तभी हम सच्चे अर्थों में जीवन का सुख प्राप्त करते हैं। राधा-कृष्ण का प्रेम हमें यह सिखाता है कि ईश्वर को पाने के लिए हमें केवल अपने हृदय को पवित्र बनाना होगा।
#bhajan राधे राधे बोल कृष्ण आयेंगे यहीं | रचना : प. पू. गुरुदेव श्री स्वामी देवादास जी महाराज ।
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।