जो शिव को ध्याते हैं, शिव उनके हैं, जो शिव में खो जाते हैं, शिव उनके हैं। जो शिव को ध्याते हैं, शिव उनके हैं।
शिव को न गर्ज है छोटी-बड़ी बात से, शिव तो खुश होते हैं भावना की बात से। मानव पाते हैं उन्हें, निश्चय और जप से, दानव वरदान लेते, बरसों के तप से। जो श्रद्धा दिखाते हैं, शिव उनके हैं, जो शिव को ध्याते हैं, शिव उनके हैं।
निष्ठा का दूध और जल उनको भाए रे, मेवा अभिमान का न उनको रिझाए रे। रावण ने पाई जिनसे सोने की लंका, उनकी दयालुता पर हमको न शंका। जो शिव के हो जाता है, शिव उसके हैं, जो शिव को ध्याते हैं, शिव उनके हैं।
शिव ही शिवालय में, शिव ही कैलाश में, शिव तो हैं भक्तों के मन के विश्वास में। शिव को न पाया जाए ऊँचे दिमागों से, बंध जाते हैं प्रेम के कच्चे ही धागों से। जो प्रेम बढ़ाते हैं, शिव उनके हैं, जो शिव को ध्याते हैं, शिव उनके हैं।
जो शिव को ध्याते हैं Jo Shiv Ko Dhyate Hain I Shiv Bhajan with Lyrics, NARENDRA CHANCHAL, Shiv Upasana
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।