फिर हरि और मैं नरसी हिंदी रैप

फिर हरि और मैं नरसी हिंदी रैप


ये दुनिया पूछे खोया कहां,
ये दुनिया पूछे खोया कहां,
जहां हरि है लिखा मैं खोया वहां,
जहां हरि है लिखा मैं खोया वहां।

जिसने जीवन भर हरि ही रटा,
वो हरि के सिवा और क्या जाने,
जिसने जीवन भर हरि ही रटा,
वो हरि के सिवा और क्या जाने।

हम नारायण से भेंट सिवा,
इस जग में भला और क्या मांगें,
हम नारायण से भेंट सिवा,
इस जग में भला और क्या मांगें।

गानों में दीवानों सा,
मैं हरि को पिरोता,
ना दास कभी होता,
हरि नाम जो ना होता,
करने को बातें बड़ी,
प्रभु मैं हूं छोटा,
दिल ये दीवाना,
हरि कथा का ही श्रोता।

देके मुझे पर बोले आसमान में उड़,
पाकर हरि कृपा को हैरान हूं मैं खुद,
आप ही की आज्ञा से रुका हूं मैं यहां,
अन्यथा बुला रहा है आपका बैकुंठ।

दिल प्रभु पापी जरा लेना तू संभाल,
लेके अवतार चाहे देना प्रभु तार,
जय और विजय जैसा यदि करा दूर तो,
प्रभु हर काल में ही आप बनो काल।

धन्यवाद आपका जो दे रहे हो साथ,
आप ही ने दिया सब मेरी क्या औकात,
दिया सब प्रभु यदि छीन भी लोगे,
फिर भी ना बांधूंगा शिकायतों का बांध।

जिसने जीवन भर हरि ही रटा,
वो हरि के सिवा और क्या जाने,
जिसने जीवन भर हरि ही रटा,
वो हरि के सिवा और क्या जाने।

हम नारायण से भेंट सिवा,
इस जग में भला और क्या मांगें,
हम नारायण से भेंट सिवा,
इस जग में भला और क्या मांगें।

ये गाना नहीं प्रार्थना कागजों में आत्मा,
नैन देखे रास्ता आप ही के धाम का,
साथ बिना आपके कभी भी ना खास था,
आप ही ना होते तो मैं भूल जाता रास्ता।

व्यस्त है ज़माना सारा हरि को ही पाने में,
पाने में ना मजा जो मजा है समाने में,
कैसे दीवाने तेरे लोग क्या ही जाने,
आंसू बहा के प्रभु लिखे मैंने गाने।

हरि मेरी आत्मा हैं प्राण हृदय सुध,
हरि करें शांति मेरे आंतरिक युद्ध,
घूमता मैं पीठ पे बैठा के प्रभु आपको,
मुझे जो बनाया होता आपने गरुड़।

भक्ति को देखे प्रभु देव और असुर,
गाऊं हरी गीत माना बेसुरे हैं सुर,
घूमता मैं पीठ पे बैठा के प्रभु आपको,
मुझे जो बनाया होता आपने गरुड़।

अब सौंप दिया इस जीवन का,
सब भार तुम्हारे हाथों में,
है जीत तुम्हारे हाथों में,
है हार तुम्हारे हाथों में।

मुझमें तुझमें भेद यही,
मैं नर हूं तुम हो नारायण,
मैं हूं संसार के हाथों में,
संसार तुम्हारे हाथों में।

जिसने जीवन भर हरि ही रटा,
वो हरि के सिवा और क्या जाने,
जिसने जीवन भर हरि ही रटा,
वो हरि के सिवा और क्या जाने।

हम नारायण से भेंट सिवा,
इस जग में भला और क्या मांगें,
हम नारायण से भेंट सिवा,
इस जग में भला और क्या मांगें।

इस रैंप सोंग में भगवान विष्णु जी के प्रति अटूट श्रद्धा का भाव है। भगवान विष्णु ही सब कुछ हैं हमारा जीवन, हमारा हृदय, हमारी सांसें और हमारा हर पल वो ही हैं। हम अपने अस्तित्व की कल्पना भी उनके बिना नहीं कर सकते हैं। भगवान विष्णु त्रिदेवों/ब्रह्मा, विष्णु, महेश में से पालक माने जाते हैं। वैष्णव परंपरा में उन्हें सर्वोच्च देवता माना गया है। भगवान विष्णु ही ब्रह्मांड की रचना, रक्षा और परिवर्तन करते हैं। वे सृजन और विनाश की शक्तियों के संतुलन का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिससे संसार में धर्म और व्यवस्था बनी रहती है। जय श्री विष्णु।


Phir Hari Aur Main | Narci | Adarsh Yadav | Hindi Rap (Prod. By Narci)

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Singer: Adarsh Yadav
Lyrics: Narci

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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