गुरु बिना घोर अँधेरा भजन Guru Bina Ghor Andhero Bhajan
Saroj Jangir
गुरु बिना घोर अँधेरा भजन Guru Bina Ghor Andhero Bhajan
जैसे मंदिर दीपक बिना सूना,
नही वस्तु का बेरा,
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो।।
जब तक कन्या रहे कुंवारी,
नही पति का बेरा,
आठ पहर वो रहे आलस मे,
खेले खेल घनेरा,
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो।।
मिरगा की नाभी मे बसे किस्तुरी,
नही मिर्ग न बेरा,
गाफिल होकर फिरे जंगल मे,
सुंघे घास घनेरा,
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो।।
पथर माही अग्नी व्यापे,
नही पथर ने बेरा,
चकमक चोट लगे गुरू गम की,
आग फिरे चोफेरा,
मिरगा की नाभी मे बसे किस्तुरी,
नही मिर्ग न बेरा,
गाफिल होकर फिरे जंगल मे,
सुंघे घास घनेरा, गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो।।
मोजीदास मिल्या गुरू पुरा,
जाग्या भाग भलेरा,
कहे मनरूप शरण सत्गुरु की,
गुरु चरना चित मेरा,
मिरगा की नाभी मे बसे किस्तुरी,
नही मिर्ग न बेरा,
गाफिल होकर फिरे जंगल मे,
सुंघे घास घनेरा,
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो।।
गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो,
Satguru Bhajan Lyrics in Hindi
जैसे मंदिर दीपक बिना सूना,
नही वस्तु का बेरा, गुरु बिना घोर अँधेरा रे संतो।।
राजस्थानी शब्दों की प्रधानता वाले इस भजन का आशय है की मंदिर जैसे दीपक/दीप के अभाव में सूना होता है, ऐसे ही गुरु के बिना हृदय में / जीवन में अँधेरा होता है। उसे तत्व का बोध नहीं होता है।
चेतावनी भजन : चेतावनी भजन का का मूल विषय व्यक्ति को उसके अवगुणों के बारे में सचेत करना और सत्य की राह पर अग्रसर करना होता है। राजस्थानी चेतावनी भजनो का मूल विषय यही है। गुरु की शरण में जाकर जीवन के उद्देश्य के प्रति व्यक्ति को सचेत करना ही इनका भाव है। चेतावनी भजनों में कबीर के भजनो को क्षेत्रीय भाषा में गया जाता है या इनका कुछ अंश काम में लिया जाता है। गुरु के ज्ञान के बिना जीवन में अँधेरा ही अँधेरा है क्योंकि जीवन का उद्देश्य विस्मृत होने लगता है, अतः गुरु के ज्ञान का बहुत अधिक महत्त्व होता है. जैसे मंदिर दीपक के बिना सूना होता है, ऐसे ही बिना गुरु ज्ञान के जीवन सुना होता है.
Guru Bina Gor Andhera || Chotu Singh Rawna || Shri Ratnam Music || Rajasthani Bhajan ||
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Khele Khel Ghanera, Guru Bina Ghor Andhera Re Santo.. Miraga Kee Naabhee Me Base Kisturee, Nahee Mirg Na Bera, Gaaphil Hokar Phire Jangal Me, Sunghe Ghaas Ghanera, Guru Bina Ghor Andhera Re Santo.. Pathar Maahee Agnee Vyaape, Nahee Pathar Ne Bera, Chakamak Chot Lage Guroo Gam Kee, Aag Phire Chophera, Miraga Kee Naabhee Me Base Kisturee, Nahee Mirg Na Bera, Gaaphil Hokar Phire Jangal Me, Sunghe Ghaas Ghanera, Guru Bina Ghor Andhera Re Santo.. Mojeedaas Milya Guroo Pura, Jaagya Bhaag Bhalera, Kahe Manaroop Sharan Satguru Kee, Guru Charana Chit Mera, Miraga Kee Naabhee Me Base Kisturee, Nahee Mirg Na Bera, Gaaphil Hokar Phire Jangal Me, Sunghe Ghaas Ghanera, Guru Bina Ghor Andhera Re Santo.. Guru Bina Ghor Andhera Re Santo, Jaise Mandir Deepak Bina Soona, Nahee Vastu Ka Bera, Guru Bina Ghor Andhera Re Santo.
Singer : Chotu Singh Rawna Lyrics& Composition : Traditional Music & Mix Master : Parmen @ Arrow Music D.O.P. : Suresh Sirvi
Author - Saroj Jangir
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