ठाकुर जी की तुम ठुकरानी तुम बिन ठाकुर
सुनो जरा वृषवानू दुलारी,गायक : देवी चित्रलेखा जी Pujya Devi Chitralekha Ji
हम सब आये बन के पुजारी,
बांके बिहारी नटखट गोविन्द से,
हम को भी मिलवादे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
श्रेणी : राधा जी भजन / Radha Rani Bhajan
ठाकुर जी की तुम ठुकरानी तुम बिन ठाकुर आधे आधे भजन
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
ठाकुर जी की तुम ठुकरानी,
तुम बिन ठाकुर आधे आधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
हो राधे वृषवानू दुलारी,
नटवर नगर को तू प्यारी,
ठाकुर जी की तुम ठुकुरानी,
तुम बिन ठाकुर आधे आधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
सुनो जरा वृषवानू दुलारी,
हम सब आये बन के पुजारी,
बांके बिहारी नटखट गोविन्द से,
हम को भी मिलवादे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
ठाकुर जी की तुम ठुकरानी,
तुम बिन ठाकुर आधे आधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
हो राधे वृषवानू दुलारी,
नटवर नगर को तू प्यारी,
ठाकुर जी की तुम ठुकुरानी,
तुम बिन ठाकुर आधे आधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
सुनो जरा वृषवानू दुलारी,
हम सब आये बन के पुजारी,
बांके बिहारी नटखट गोविन्द से,
हम को भी मिलवादे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे,
Devi Chitralekha Ji Ka Radha Krishan Bhajan !! राधा नाम संकीर्तन !! Radha Naam Sankirtan
Bhajan Lyrics Radha Rani Bhajan Lyrics Devi Chitralekha Ji
Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe,
Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe,
Thaakur Jee Kee Tum Thukaraanee,
Tum Bin Thaakur Aadhe Aadhe,
Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe Raadhe,
राधे, तुम ठाकुर की ठकुरानी, उनके बिना अधूरी है सारी सृष्टि। वृषभानु की दुलारी, नटवर की प्यारी—तुम्हारा नाम जपते ही मन बाँके बिहारी के रंग में डूब जाता है। तुम बिन ठाकुर आधे, जैसे चाँद बिन रात अधूरी।
हम सब पुजारी बनकर आए, राधे, तुमसे यही अरज—हमें अपने नटखट गोविंद से मिला दो। तुम्हारा नाम वह मंत्र है, जो हर भक्त को कृष्ण के चरणों तक ले जाता है। राधे-राधे गाते हुए मन वृंदावन में रम जाता है, जैसे कोई प्यासा सागर की लहरों में खो जाए। बस, तुम्हारी कृपा से ठाकुर का दर्शन हो, यही जीवन की सार्थकता है।
हम सब पुजारी बनकर आए, राधे, तुमसे यही अरज—हमें अपने नटखट गोविंद से मिला दो। तुम्हारा नाम वह मंत्र है, जो हर भक्त को कृष्ण के चरणों तक ले जाता है। राधे-राधे गाते हुए मन वृंदावन में रम जाता है, जैसे कोई प्यासा सागर की लहरों में खो जाए। बस, तुम्हारी कृपा से ठाकुर का दर्शन हो, यही जीवन की सार्थकता है।
Song - राधा नाम संकीर्तन
Singer - Devi Chitralekha Ji
Singer - Devi Chitralekha Ji
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |