मुकुन्द माधव गोविन्द बोल भजन
मुकुन्द माधव गोविन्द बोल भजन
मुकुन्द माधव गोविन्द,
मुकुन्द माधव गोविन्द बोल,
केशव माधव हरि हरि बोल,
हरि हरि बोल हरि हरि बोल,
कृष्ण कृष्ण बोल कृष्ण कृष्ण बोल,
मुकुन्द माधव गोविन्द बोल,
केशव माधव हरि हरि बोल,
हरि हरि बोल हरि हरि बोल,
कृष्ण कृष्ण बोल कृष्ण कृष्ण बोल,
राम राम बोल राम राम बोल,
शिव शिव बोल शिव शिव बोल,
भज मन गोविंद गोविंद,
भज मन गोविंद गोविंद गोपाला,
शिव शिव बोल शिव शिव बोल,
भज मन गोविंद गोविंद,
भज मन गोविंद गोविंद गोपाला,
Mukund Madhav (Kirtan) मुकुन्द माधव गोविन्द बोल Mukund Madhav Govind Bol
Mukund Maadhav Govind,
Mukund Maadhav Govind Bol,
Keshav Maadhav Hari Hari Bol,
Mukund Maadhav Govind Bol,
Keshav Maadhav Hari Hari Bol,
मुकुन्द माधव गोविन्द बोल ।
केशव माधव हरि हरि बोल ।।
राम राम बोल, राम राम बोल ।
शिव शिव बोल, शिव शिव बोल ।।
नारायण बोल, नारायण बोल ।
केशव माधव हरि हरि बबोल ।।
मुकुन्द माधव गोविन्द बोल ।
केशव माधव हरि हरि बोल ।।
केशव माधव हरि हरि बोल ।।
राम राम बोल, राम राम बोल ।
शिव शिव बोल, शिव शिव बोल ।।
नारायण बोल, नारायण बोल ।
केशव माधव हरि हरि बबोल ।।
मुकुन्द माधव गोविन्द बोल ।
केशव माधव हरि हरि बोल ।।
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
केशव माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
केशव माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
केशव माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
केशव माधव गोविन्द बोल,
हरि बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल,
मुकुंद माधव गोविन्द बोल,
इस भजन की हर धुन में प्रभु के नाम की मिठास घुली है, जो मन को मुकुंद, माधव, गोविंद के रंग में रंग देती है। यह वह सरल जप है, जो आत्मा को श्रीकृष्ण, राम, शिव के स्मरण में डुबो देता है, जैसे कोई प्यासा कुएँ के जल को तरसे। हरि, कृष्ण, राम, शिव का नाम लेना केवल शब्द नहीं, बल्कि मन को संसार की माया से हटाकर प्रभु की शरण में ले जाना है।
जैसे कोई बच्चा माँ का नाम बार-बार पुकारता है, वैसे ही यह भजन मन को गोविंद-गोपाला के भजन में लीन होने को कहता है। यह नाम-स्मरण वह चंदन है, जो हृदय को शीतल करता है। सत्य का मार्ग यही है कि प्रभु का नाम जपने से मन में प्रेम और शांति का सागर उमड़ता है।
चिंतन का भाव है कि यह जप आत्मा को शुद्ध करता है, जैसे सूरज की किरणें अंधेरे को मिटाती हैं। हर "हरि हरि बोल" में मन प्रभु के निकट जाता है, और यह भक्ति ही वह डोर है, जो आत्मा को परमात्मा से बाँधती है।
जैसे कोई बच्चा माँ का नाम बार-बार पुकारता है, वैसे ही यह भजन मन को गोविंद-गोपाला के भजन में लीन होने को कहता है। यह नाम-स्मरण वह चंदन है, जो हृदय को शीतल करता है। सत्य का मार्ग यही है कि प्रभु का नाम जपने से मन में प्रेम और शांति का सागर उमड़ता है।
चिंतन का भाव है कि यह जप आत्मा को शुद्ध करता है, जैसे सूरज की किरणें अंधेरे को मिटाती हैं। हर "हरि हरि बोल" में मन प्रभु के निकट जाता है, और यह भक्ति ही वह डोर है, जो आत्मा को परमात्मा से बाँधती है।
Song - Mukund Madhav Hari Hari Bol
Singer - Rashmi / Avinash
Album - Krishan Bhajan
Label - Ganga Cassette
Singer - Rashmi / Avinash
Album - Krishan Bhajan
Label - Ganga Cassette