बन्सी का बजाना री सखी लिरिक्स Bansi Ka Bajana Ri Sakhi Lyrics, Krishna Bhajan Lyrics Hindi
बन्सी का बजाना री सखी मैं कैसे छोड़ूँ आज |इस बन्सी में सब रागों की मोहक भरी आवाज
वीणा ताल मृदंग सारंगी बाजें सब ही साज ||
बन्सी का ------
इस बन्सी की धुन को सुनके मग्न हुए मुनिराज
स्वर्गलोक से सुनने आवे मिलकर देव समाज ||
बन्सी का ------
इस बन्सी में निगमागम की वाणी रही विराज
जो सुन ले वह मोक्ष को पावे सफल होय सब काज ||
बन्सी का ------
वृन्दावन में श्यामसुंदर की रही बाँसुरी बाज
ब्रहमानन्द शरण में आया रखियो मोरी लाज ||
बन्सी का ------
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