म्हारो घड़ी रे घड़ी रो रिछपाल भजन

Mharo Ghadi Re Ghadi Ro Richhpal

म्हारो घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी,
यो लीले वाळो, श्याम धणी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी।

नैया पड़गी बीच भँवर में,
केवट भूल्यो राह,
दास भरोसे बैठ्यो अबके,
सूनी पड़ी छै पतवार,
यो खाटू वालो श्यामजी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी।

आधी रात पहर के तड़के,
खाटू पड़ी पुकार,
सुनत पुकार नींद से जाग्यां,
आन सम्भालो पतवार,
यो खाटू वालो श्यामजी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी।

दीन अनाथों के मेरे प्रभु जी,
थे ही हो आधार,
डूबी नैया पार लगावे,
डूबी नैया पार लगावे,
श्याम बड़ो ही दातार,
यो खाटू वालो श्यामजी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी।

आलूसिंह प्रभु करे विनती,
सुनो मेरे करतार,
दास गाड़ियों अरज करत है,
नैया लगाओ सबकी पार,
यो खाटू वालो श्यामजी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी।

म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी,
यो लीले वाळो, श्याम धणी,
म्हारो,घड़ी रे घड़ी रो, रिछपाल
भगता रो प्रतिपाल,
यो खाटू वाळो, श्याम धणी।

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