बंसी की धुन पर मस्ती में झूमे

बंसी की धुन पर मस्ती में झूमे

बंसी की धुन पर मस्ती में झूमे,
सारा गोकुल धाम,
नींद उड़ाई चैन चुराए,
नटवर नागर श्याम,
बोलो हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हैया लाल की।

मथुरा गोकुल वृद्धावन में,
गूंजे राधे कृष्णा,
रास रचावे नटवर नागर,
कान्हा मिटावे तृष्णा,
सुध बुध छीन लई है सबन की,
कौन करे अब काम,
नींद उड़ाई चैन चुराए,
नटवर नागर श्याम,
बोलो हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हैया लाल की।

मटकी से माखन चुरावे,
माखन चोर मुरारी,
कमल नैन मटकावे,
कान्हा मुस्कावे बनवारी,
हँसी ठिठोली छेड़ करे वो,
करने ना दे आराम,
नींद उड़ाई चैन चुराए,
नटवर नागर श्याम,
बोलो हाथी घोडा पालकी,
जय कन्हैया लाल की।

बंसी की धुन I Bansi Ki Dhun I NEHA RIZVI I Krishna Bhajan I New Latest Full Audio Song

Bansi Ki Dhun Par Masti Mein Jhume,
Saara Gokul Dhaam,
Nind Udai Chain Churae,
Natavar Naagar Shyaam,
Bolo Haathi Ghoda Paalaki,
Jay Kanhaiya Laal Ki. 

श्याम की बंसी की मधुर धुन ऐसी जादुई है कि सारा गोकुल उसमें झूम उठता है, मानो हर दिल उनके प्रेम में डूब गया हो। वह नटवर अपनी चपलता और रासलीला से मन की सारी तृष्णा मिटा देता है, पर साथ ही सुध-बुध छीनकर सबको अपना दीवाना बना लेता है। जैसे माखन चुराते वक्त उनकी कमल-सी आँखें मटकती हैं और मुस्कान बिखरती है, वैसे ही उनकी हर छेड़छाड़ और ठिठोली मन को बेकरार कर देती है। यह प्रेम और मस्ती का रंग ऐसा है कि नींद और चैन दोनों गायब हो जाते हैं, फिर भी हृदय आनंद से भर जाता है। कन्हैया का यह नटखट स्वभाव सिखाता है कि सच्चा सुख भक्ति की मस्ती में है, जो जीवन को उत्सव बना देता है।
 
Krishna Bhajan: Bansi Ki Dhun
Singer: Neha Rizvi
Music Director: Bobby-Sanjay
Lyricist: Brij Bhushan Katheria
Album: Bansi Ki Dhun
 
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