हारे को एक सहारो है खाटू वालो श्याम

हारे को एक सहारो है खाटू वालो श्याम

हारे को एक सहारो है खाटू वालो श्याम,
खाटू में बिराजे कलयुग में डंका बाजे,
सारी दुनिया से नरयो है खाटू वाला श्याम,

जद जद कोई नैया भटकी और वीच भवर में अटकी
नदिया को एक किनारों है खाटू वाला श्याम,

यो देव बड़ा बलशाली एक जग में शान निराली,
ना गोरो है ना कालो है खाटू वाला श्याम,

मै जीत रहा हर बाजी थारे चलते श्याम जी
एई श्याम जान से प्यारो है,खाटू वालो श्याम,



हारे को एक सहारो है - Hare Ko Ek Saharo Hai ! Shree Khatu Shyam Bhajan ! Devotional ! Saurav Sidhart
 
भोलेनाथ के प्रति एक भक्त की गहरी तड़प और उनके दर्शन की आस का भावपूर्ण चित्रण है। यह ऐसा है, जैसे कोई टाबर (बच्चा) बड़ी दूर से अपने बाबा के पास उनकी कृपा माँगने आया हो। “दर्शन को तेरे बाबा, आया बड़ी दूर से” की पंक्ति उस बेचैनी को दर्शाती है, जैसे कोई अपने प्रिय की एक झलक के लिए लंबी यात्रा कर आए।

भक्त की विनती कि मेहर की नजर कर दो और अलख की मर्जी हो जाए, उस निश्छल भक्ति को दिखाती है, जैसे कोई अपने गुरु से मन की बात कहकर दया की भीख माँगता हो। भोलेनाथ का भक्तों के रुके काम बनाने और नैया पार लगाने का जिक्र उनकी असीम कृपा को उजागर करता है, जैसे कोई अपने रक्षक को हर मुश्किल का हल मानता हो।

Song Name: हारे को एक सहारो है
Singer Name: Saurav Sidhart
Album : कहाँ से आई मोरछड़ी
Copyright: Shree Cassette Industries (SCI)

भक्त का खुद को उनका दास बताना और कदर करने की गुहार उस पूर्ण समर्पण को प्रकट करता है, जैसे कोई कहे, “मेरा सब कुछ तुम्हारे हवाले है।” अधीर नैनों का चरणों में झरना और दिल में सब्र माँगना उस गहरी चाह को दर्शाता है, जो भोलेनाथ के दर्शन के बिना अधूरी है।
 
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