इतना ना सज मेरे बाबा तू लिरिक्स
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नजर लग जाएगी,
नजर लग जाएगी,
गैरों की हम क्या कहे,
नजर अपनों की तुझे लग जाएगी,
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नज़र लग जाएगी।
सांवला सा मुखड़ा तेरा सरकार,
नजर न हटती हम देखे जितनी बार,
फूलों का हार जैसे बहार,
अरे बांका जो चोला पहना है,
सोना चाँदी कुछ नहीं,
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नज़र लग जाएगी।
कुछ कह ले कुछ करले ये संसार,
हम प्रेमी है तेरे लखदातर,
तू जान ले ये मान ले,
जो तू न हम को तारेगा,
ये दोष हमारे सर नहीं,
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नज़र लग जाएगी।
जो भी आता बाबा के दरबार,
खाली न रहता भर जाता भंडार,
जबसे हारे है हम तुम्हारे है,
राधा को अपनले तू
ज़िंदगी मेरी भी सवर जाएगी,
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नज़र लग जाएगी।
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नजर लग जाएगी,
नजर लग जाएगी,
गैरों की हम क्या कहे,
नजर अपनों की तुझे लग जाएगी,
इतना ना सज मेरे बाबा तू,
नज़र लग जाएगी।