झूठे रिश्तो की अब न दरकार है लिरिक्स Jhuthe Rishton Ki Aub Na Darkar Lyrics

झूठे रिश्तो की अब न दरकार है लिरिक्स, Jhuthe Rishton Ki Aub Na Darkar Lyrics


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काम जो थे अटके वो पुरे हो गये,
भाव जो थे आधे वो पुरे हो गये,
हम भी आप के दीवाने हो गये,
जब से तूने जो किये उपकार है,
सुने जीवन में चाई अब बहार है,
झूठे रिश्तो की अब न दरकार है,
जैसे रखोगे हम को स्वीकार है,

किरपा बरसे हां बरसे,
मेरे श्याम की मेरे तन में 
मन में मस्ती मेरे श्याम की,
आज लगी है लग्न इनके नाम की,
जब से फिसले संभाला परिवार है,
सुने जीवन में चाई अब बहार है,
जब से तुमसे जुड़े दिल के तार है,
सुने जीवन में चाई अब बहार है,

भक्त वो था ऐसा हम तो मजबूर थे,
सुख शांति से हम कोसो दूर थे,
अपने हालातो से हम थक के चूर थे,
जब से तुम पे किया जो एतबार है,
सुने जीवन में चाई अब बहार है,
झूठे रिश्तो की अब न दरकार है,
जैसे रखोगे हम को स्वीकार है,

सोच भी अब मेरी ये सोचने लगी,
आंख भी मेरी ये भेद खोलने लगी,
दिल की धड़कन अब बोलने लगी,
जब से तूने मोहित को दिया प्यार है,
सुने जीवन में चाई अब बहार है,
झूठे रिश्तो की अब न दरकार है,
जैसे रखोगे हम को स्वीकार है,

काम जो थे अटके वो पुरे हो गये,
भाव जो थे आधे वो पुरे हो गये,
हम भी आप के दीवाने हो गये,
जब से तूने जो किये उपकार है,
सुने जीवन में चाई अब बहार है,
झूठे रिश्तो की अब न दरकार है,
जैसे रखोगे हम को स्वीकार है,

इस भजन में भक्त अपने इष्ट देव श्याम जी से उनके द्वारा किए गए उपकारों के लिए धन्यवाद देता है। भक्त कहता है कि जब से उसने श्याम जी की भक्ति शुरू की है, तब से उसके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं।
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