कैसा सजा दरबार है खाटू वाले का इंतज़ार है लिरिक्स
कैसा सजा दरबार है,
खाटू वाले का इंतज़ार है,
लेकर के मोर छड़ी वो आयेगा,
खाली झोलियाँ भर जाएगा,
सेठों का सेठ साहूकार है,
खाटू वाले का इंतज़ार है।
प्रेमी तो आस लगाए बैठे हैं,
दिल में बाबा को बसाये बैठे हैं,
कश्ती का वही खेवनहार है,
खाटू वाले का इंतज़ार है।
हँस हँस के चाहे उसको याद करो,
आंखे भर के चाहे फ़रियाद करो,
ना कोई न परदा ना दीवार है
खाटू वाले का इंतज़ार है।
भक्तों का इम्तिहान नहीं लेगा,
कमियों पर बाबा ध्यान नहीं देगा,
सुन्दर लाल को एतबार,
खाटू वाला का इंतज़ार है,
कैसा सजा दरबार है,
खाटू वाले का इंतज़ार है,
लेकर के मोर छड़ी वो आयेगा,
खाली झोलियाँ भर जाएगा,
सेठों का सेठ साहूकार है,
खाटू वाले का इंतज़ार है।
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