रंग भरी राग भरी रागसूं भरी री लिरिक्स

रंग भरी राग भरी रागसूं भरी री लिरिक्स

रंग भरी राग भरी रागसूं भरी री।
होली खेल्या स्याम संग रंग सूं भरी, री ।।टेक।।
उड़त गलाल लाल बादला रो रंग लाल, पिचकां उड़ावां।
रंग-रंग री झरी, री।
चोवा चन्दण अरगजा म्हा, केसर णो गागर भरी री।
मीरां दासी गिरधरनागर, चेरी चरण धरी री।।

(राग=प्रेम, गागर=मटका, चेरी=चेली, दासी, धरी=पड़ी हुई) 
 

Next Post Previous Post