कोई कहे हमें श्याम दीवाना कोई कहे प्रेमी मस्ताना

कोई कहे हमें श्याम दीवाना कोई कहे प्रेमी मस्ताना

कोई कहे हमें श्याम दीवाना,
कोई कहे प्रेमी मस्ताना,
पर हम शान से कहते है,
के हम तो पागल है,
श्याम तेरे पागल हैं।

ये दुनिया उलझन है श्याम एक मस्ती है,
देकर ये जीवन भी मिले तो भी ये सस्ती है,
तिरछे नैना है नैनो के घायल हैं,
हम तो मेंटल है श्याम तेरे मेंटल है,
के हम तो पागल है,
श्याम तेरे पागल हैं।

जब भी पुकारा इनको ये दौड़ा आता है,
हार कर खाटू जो गया ये उनको जिताता है,
उदास क्यों रहता है श्याम संग पल पल है,
के हम तो पागल है,
श्याम तेरे पागल हैं।

आनंद ही आनंद बरसे ऐसी महफ़िल है
श्याम की झूम कर नाचो ऐसे,
फ़िक्र नहीं किसी काम की,
बहादुर गए भजन दिल हुआ निर्मल है,
के हम तो पागल है,
श्याम तेरे पागल हैं। 
 

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