धीरे धीरे आ रे बादल धीरे धीरे आ रे लिरिक्स Dheere Dhire Aa Re Baadal Lyrics

धीरे धीरे आ रे बादल धीरे धीरे आ रे लिरिक्स Dheere Dhire Aa Re Baadal Lyrics

 
धीरे धीरे आ रे बादल धीरे धीरे आ रे लिरिक्स Dheere Dhire Aa Re Baadal Lyrics

बादल धीरे धीरे जा
मेरा बुलबुल सो रहा है शोरगुल ना मचा

रात धुंधली हो गयी है
सारी दुनिया सो गयी है
सह्जला के कह रही हैं
फूल क्यारी में
सो गयी लैला किसी के इंतजारी में
मेरी लैला को ओ बादल तू नज़र ना लगा
मेरा बुलबुल सो रहा है शोरगुल ना मचा
बादल धीरे धीरे जा

ओ गाने वाले धीरे गाना
गीत तू अपना
क्यों ?
अरे टूट जाएगा किसी की आँख का सपना
चुपके चुपके कह रहा है मुझसे मेरा दिल
आ गयी देखो मुसाफिर प्यार की मंजिल

कौन गाता है रुबाई रे
फिर ये किसकी याद आई रे
किस ने पहना दी है बोलो
किस ने पहना दी है मुझको प्रेम की माला
किस ने मेरी ज़िन्दगी का रंग बदल डाला
तुम कहोगे प्रीत इस को तुम कहोगे प्यार
मैं कहूँ दो दिल मिले हैं खिल गया संसार
दो दिलों की ये कहानी तू भी सुनता जा
ओ बादल तू भी सुनता जा
    फ़िल्म: किस्मत (1943)
    संगीतकार: अनिल विश्वास
    निर्देशक: ज्ञान मुखर्जी
    गीतकार: कवि प्रदीप

    धीर धीर आ रे बादल 1943 की फिल्म किस्मत का एक गाना है जिसमें अशोक कुमार, मुमताज शांति और शाह नवाज ने अभिनय किया है। संगीत अनिल बिस्वास ने दिया था और गीत कवि प्रदीप ने लिखे थे।

    धीर धीर आ रे बादल" गीत 1943 की फिल्म "किस्मत" का एक प्रसिद्ध गीत है। यह एक प्रेम गीत है जो एक प्रेमी को अपनी प्रेमिका को धीरे से जाने के लिए कहता है ताकि वह सो न जाए। गीत की शुरुआत में, गायक अपनी प्रेमिका को सोते हुए देखता है और उसे डर है कि बादल का शोर उसे जगाएगा। वह बादल से धीरे-धीरे जाने के लिए कहता है ताकि उसकी प्रेमिका सोती रहे।
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