तूने किया कमाल, अरे वाह मेरे मालिक क्या तेरी लीला, एक फूँक से रच दिया तू ने,
सूरज अगन का गोला, एक फूँक से रचा चन्द्रमा, लाखों सितारों का टोला, तू ने रच दिया पवन झखोला, ये पानी और ये शोला, ये बादल का उड़न खटोला, जिसे देख हमारा मन डोला, सोच सोच हम करें अचम्भा, नज़र न आता एक भी खम्बा,
devotional Bhajan Lyrics in Hindi
फिर भी ये आकाश खड़ा है, हुए करोड़ो साल मालिक, तू ने किया कमाल। तूने रचा एक अद्भुत् प्राणी, जिसका नाम इनसान, भरा हुआ तूफ़ान, इस जग में इनसान के दिल को, कौन सका पहचान, इस में ही शैतान बसा है,
इस में ही भगवान, बड़ा ग़ज़ब का है ये खिलौना, इसका नहीं मिसाल, मालिक तू ने किया कमाल, ऊपर गगन विशाल।
बीच में धरती वाह मेरे मालिक, तूने किया कमाल, अरे वाह मेरे मालिक क्या तेरी लीला,
upar gagan vishal niche gahara patal Mashal1950 Sumitra&Ashok k Manna Dey_Pradeep_SD Burman _a tri.
"ऊपर गगन विशाल" गीत 1950 की फिल्म "मशाल" का एक प्रसिद्ध भक्ति गीत है। यह गीत प्रकृति और मानवता की महिमा का वर्णन करता है। गीत की शुरुआत में, गायक प्रकृति की सुंदरता और विविधता की प्रशंसा करता है। वह कहता है कि भगवान ने एक फूँक से सब कुछ बनाया है, जिसमें सूरज, चंद्रमा, तारे, बादल, पानी, और आग शामिल हैं। गीत का दूसरा भाग मानवता की महिमा का वर्णन करता है। गायक कहता है कि मनुष्य एक अद्भुत प्राणी है जो दोनों अच्छाई और बुराई के लिए सक्षम है। वह कहता है कि मनुष्य एक रहस्य है जिसे कोई भी समझ नहीं पाया है। गीत का अंत में, गायक भगवान की महिमा का स्मरण करता है। वह कहता है कि भगवान ने सब कुछ बनाया है और वह सब कुछ करता है।