दुनिया से सहारा क्या लेना भजन
दुनिया से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है,
कुछ कहने की क्या जरूरत है,
तेरा एक इशारा काफी हैं ॥
धन दौलत का क्या करना हैं,
इन महलो का क्या करना हैं।
जिंदगानी चार दिनों की है,
चरणों में गुजरा काफी हैं ॥
दुनियाँ से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है।
माना दुनिया रंगीन तेरी,
हर चीज बनाई हैं तुने ।
देखु तो क्या क्या देखु प्रभु,
बस तेरा नजारा काफी हैं ॥
दुनियाँ से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है।
वैकुंठ नहीं और स्वर्ग नहीं,
हमें मुक्ति का क्या करना हैं ।
तेरे चरणों मे बस जगह मिले,
बस यही आसरा काफी है ॥
दुनियाँ से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है।
तेरा एक सहारा काफी है,
कुछ कहने की क्या जरूरत है,
तेरा एक इशारा काफी हैं ॥
धन दौलत का क्या करना हैं,
इन महलो का क्या करना हैं।
जिंदगानी चार दिनों की है,
चरणों में गुजरा काफी हैं ॥
दुनियाँ से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है।
माना दुनिया रंगीन तेरी,
हर चीज बनाई हैं तुने ।
देखु तो क्या क्या देखु प्रभु,
बस तेरा नजारा काफी हैं ॥
दुनियाँ से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है।
वैकुंठ नहीं और स्वर्ग नहीं,
हमें मुक्ति का क्या करना हैं ।
तेरे चरणों मे बस जगह मिले,
बस यही आसरा काफी है ॥
दुनियाँ से सहारा क्या लेना
तेरा एक सहारा काफी है।
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Author - Saroj Jangir
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