गाइये गणपति जगवंदन लिरिक्स विनय पत्रिका Gayiye Ganpati Jagvandan Lyrics
गाइये गणपति जगवंदन लिरिक्स विनय पत्रिका Gayiye Ganpati Jagvandan Lyrics, Ganesh Bhajan by Jagjit Singh
गाइये गणपति जगवंदन,
शंकर सुअन नन्दन,
सिद्धि सदन गजवदन विनायक,
कृपासिंधु सुन्दर सबलायक,
मोदक प्रिय मुदमंगल दाता,
विद्द्यावारिधी बुद्धि विधाता ।
मागत तुलसिदास कर जोरे,
बसहि रामसिय मानस मोरे,
गाइये गणपति जगवंदन,
शंकर सुअन नन्दन,
सिद्धि सदन गजवदन विनायक,
कृपासिंधु सुन्दर सबलायक,
मोदक प्रिय मुदमंगल दाता,
विद्द्यावारिधी बुद्धि विधाता ।
मागत तुलसिदास कर जोरे,
बसहि रामसिय मानस मोरे,
शंकर सुअन नन्दन,
सिद्धि सदन गजवदन विनायक,
कृपासिंधु सुन्दर सबलायक,
मोदक प्रिय मुदमंगल दाता,
विद्द्यावारिधी बुद्धि विधाता ।
मागत तुलसिदास कर जोरे,
बसहि रामसिय मानस मोरे,
गाइये गणपति जगवंदन,
शंकर सुअन नन्दन,
सिद्धि सदन गजवदन विनायक,
कृपासिंधु सुन्दर सबलायक,
मोदक प्रिय मुदमंगल दाता,
विद्द्यावारिधी बुद्धि विधाता ।
मागत तुलसिदास कर जोरे,
बसहि रामसिय मानस मोरे,