होली खेले मसाने में शिव लिरिक्स

होली खेले मसाने में शिव लिरिक्स Holi Khele Masane Me

होली खेले मसाने में
काशी में घाट में खेले
होली खेले मसने में

टन में भसमा लगाए शंकर
वेश बड़ा आड़ भांगा है
माथे पेर चन्द्रमा विराजे
जाता में सोहे गंगा
खोल दिया है नयन तीसरा

होली खेले मसाने में
होली खेले मसाने में

हरी रख से खेले जाई भोले
हरी भसमा से खेले जाई भोले

भंगिया पीवे भोले शंकर
धतूरा को खवे रे
चौसठ योगानी नाचे गावे
दूं दूं डमरू बाज़वे

मसन की राख से खेले होली
धूम मचावे मसाने में

होली खेले मसाने में
होली खेले मसाने में

भूत प्रेत परिवार बजे
गोजर बिच्छू कीरा रे

जहर हाला हाल पीए बाबा
मान में रखे धीरा रे

गलवा में मूंद माल लपेटे
भुटवान संग मसने में

होली खेले मसाने में
होली खेले मसाने में

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