गर भक्ति भाव से एक पत्थर भी, कोई पूजता जाए, हरी ॐ हरी ॐ, हरी ॐ हरी ॐ, गर भक्ति भाव से एक पत्थर भी, कोई पूजता जाए, आकर के समाते उसमें बाबा, वो शिवलिंग कहाए, वो शिवलिंग कहाए। ये तेरे ऊपर ही है भगत, तू जहाँ भी इनको बसा ले, मेरे बाबा के हैं शिवाले, शिव शंकर के हैं शिवाले।
है कहीं पे शिखर गगनचुंबी, कहीं छोटा सा है शिवाला, हरी ॐ हरी ॐ, हरी ॐ हरी ॐ, कहीं पेड़ तले बिन दीवारों के, बैठा भोला भाला, बैठा भोला भाला। छोटा हो चाहे बड़ा हो मंदिर, सबमें हैं डमरू वाले, मेरे बाबा के हैं शिवाले, शिव शंकर के हैं शिवाले।
हैं कई शिवालय जंगल में, जहाँ मानव जा न पाए, हरी ॐ हरी ॐ, हरी ॐ हरी ॐ, हैं कई शिवालय जंगल में, जहाँ मानव जा न पाए, बादल करते अभिषेक शिवम का, पवन है झाड़ू लगाए, पवन है झाड़ू लगाए। और पेड़ फूल फल अर्पण करते, कुदरत पूजे शिवाले, मेरे बाबा के हैं शिवाले, शिव शंकर के हैं शिवाले।
कहे ‘पवन’ कि शिव पूजा करने को, शिवालय अगर न पाओ, हरी ॐ हरी ॐ, हरी ॐ हरी ॐ, कहे ‘पवन’ कि शिव पूजा करने को, शिवालय अगर न पाओ, अपने इक हाथ की मुठ्ठी भींचकर, अंगूठा जरा उठाओ, अंगूठा जरा उठाओ। और उसको शिवलिंग मान के पूजो, अंग-संग चले शिवाले, मेरे बाबा के हैं शिवाले, शिव शंकर के हैं शिवाले।
हर नगर-नगर और डगर-डगर, हम जहाँ भी दृष्टि डालें, मेरे बाबा के हैं शिवाले, शिव शंकर के हैं शिवाले।
Top Shiv Bhajan हर नगर - नगर और डगर - डगर संजय मित्तल ( कोलकाता ) Saawariya
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
शिवलिंग हिंदू धर्म में भगवान शिव का प्रतीक है, जो उनकी निराकार, असीम और सर्वव्यापी प्रकृति का प्रतिनिधित्व करता है। 'लिंग' शब्द का अर्थ है 'चिह्न' या 'प्रतीक'। शिवलिंग का अंडाकार आकार ब्रह्मांड की अनंतता और शाश्वतता का प्रतीक है और शिवलिंग की पूजा से भक्त भगवान शिव की अनंत ऊर्जा और चेतना जोड़ता है।
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।