जग से आस लगायेगा फिर धोखे ही खायेगा लिरिक्स

जग से आस लगायेगा फिर धोखे ही खायेगा लिरिक्स

जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा,
आस लगा श्री श्याम से,
आस पुगायेगा,
वक़्त जो ये बिसराएगा,
फिर तू संभल ना पायेगा,
याद करना श्याम को,
दौड़ा आयेगा,
जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा।

मतलब के है सारे रिश्ते संसार के,
फुरसत है किसको जो बोले दो लब्ज़ प्यार के,
हर रिश्ता तू बना इनसे निभायेगा,
कैसे भी हालत हो सदा रहे तेरे साथ वो,
तेरी जगह तेरे गम से वो टकराएगा,
जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा।

जिसे भी समझा अपने,
वो सारे बेगाने हैं,
वक़्त पड़े एहसास होगा,
वो बस अफसाने है,
श्याम ही था श्याम ही है,
श्याम होगा,
सुख दुःख का है यार ये,
बन जाता सरकार ये,
हाथ पकड़ के संग में,
खड़ा हो जायेगा,
जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा।

लहरो में नैया तेरी अटकेगी,
डर कर हालतों से,
नैया राह भटकेगी,
श्याम पतवार थाम,
खुद हाथ चलाएगा,
मांझी ये बन जायेगा,
भव से पार लगायेगा,
निर्मल की नैया को,
श्याम चलाएगा,
जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा।

जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा,
आस लगा श्री श्याम से,
आस पुगायेगा,
वक़्त जो ये बिसराएगा,
फिर तू संभल ना पायेगा,
याद करना श्याम को,
दौड़ा आयेगा,
जग से आस लगायेगा,
बस धोखे ही खायेगा।

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