श्यामा श्याम सलौनी सूरत लिरिक्स Shyama Shyam Saloni Surat Lyrics

श्यामा श्याम सलौनी सूरत लिरिक्स Shyama Shyam Saloni Surat Lyrics, Krishna Bhajan

 
श्यामा श्याम सलौनी सूरत लिरिक्स Shyama Shyam Saloni Surat Lyrics

श्यामा श्याम सलौनी सूरत को शिंगार बसंती है
मोर मुकुट की लटक बसंती
चंद्रकला की चटक बसंती,
मुख मुरली की मटक बसंती,
सिर पै पैंच श्रवण-कुंडल छविदार बसंती है,
श्यामा श्याम...
माथे चन्दन लसियो बसंती,
पट पीताम्बर कसियो बसंती,
पहना बाजूबंद बसंती,
गुंजमाल गल सोहै फूलनहार बसंती है,
श्यामा श्याम...
कनक कडूला हस्त बसंती,
चले चाल अलमस्त बसंती,
रुनक-झुनक पग नूपुर की झनकार बसंती है,
श्यामा श्याम.....
संग ग्वाल को गोलन बसंती,
बोल रहे हैं बोल बसंती,
सब सखियन में राधे जी सरदार बसंती हैं,
श्यामा श्याम....

Second Bhajan Lyrics 

श्यामा श्याम सलौनी सूरत का सिंगार बसन्ती है
मोर मुकुट की लटक बसन्ती,
चंद्रकला की चटक बसन्ती,
मुख मुरली की मटक बसन्ती,
सिर पै पैंच श्रवण-कुंडल छविदार बसंती है ||
श्यामा श्याम सलौनी सूरत का सिंगार बसन्ती है
माथे चन्दन लगा बसंती,
पट पीताम्बर कसा बसन्ती,
पहना बाजूबंद बसन्ती,
गुंजमाल गल सोहै, फूलनहार बसन्ती है ||
श्यामा श्याम सलौनी सूरत का सिंगार बसन्ती है
कनक कडूला हाथ बसन्ती,
चले चाल अलमस्त बसन्ती,
पहन रहे पोशाक बसन्ती,
रुनक-झुनक पग नूपुर की झनकार बसन्ती है ||
श्यामा श्याम सलौनी सूरत का सिंगार बसन्ती है
संग ग्वाल की टोल बसन्ती,
बजे चंग ढप ढोल बसन्ती,
बोल रहे हैं बोल बसन्ती,
सब सखियन में राधेजी सरदार बसन्ती हैं ||
श्यामा श्याम सलौनी सूरत का सिंगार बसन्ती है
 

Shyama Shyaam Saloni Soorat ko Shringaar Basanti Hai | Vishesh Gupta & Dhruv Sharma | Basant Panchmi


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