कुछ तुम बोलो कुछ हम बोले ओ साँवरा

कुछ तुम बोलो कुछ हम बोले ओ साँवरा

क्यों चुप बैठे हो लगता है कुछ है माज़रा,
कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोले, ओ साँवरा,
है तेरे नाम की मस्ती में दिल बाँवरा, ओ साँवरा,
क्यों चुप बैठे हो लगता है कुछ है माज़रा,
कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोले, ओ साँवरा।

दो चार कदम पे तुम हो दो चार कदम पे हम है,
बस इतनी सी दुरी है फिर ख़तम हुए सब हम है,
हर पल दिल में रहते हो ओ साँवरा,
क्यों चुप बैठे हो लगता है कुछ है माज़रा,
कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोले, ओ साँवरा।

कैसी ये प्रीत बढ़ाई कब से है रीत चलाई
जैसे ही मुरली बजाते राधा दौड़ी आई,
तुम आज भी वो ही जादूगर हो ओ साँवरा,
क्यों चुप बैठे हो लगता है कुछ है माज़रा,
कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोले, ओ साँवरा।

ऐसा है एक एक प्रेमी हर पल वो तुझपे मिटा है,
आकाश में सूनापैन था तेरी प्यार की छाई खता है,
अब संवारा बस संवारा ओ संवारा,
क्यों चुप बैठे हो लगता है कुछ है माज़रा,
कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोले, ओ साँवरा,
है तेरे नाम की मस्ती में दिल बाँवरा, ओ साँवरा,
क्यों चुप बैठे हो लगता है कुछ है माज़रा,
कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोले, ओ साँवरा।



Akansha Mittal New Khatu Shyam Bhajan - Kuch Tum Bolo Kuch Hum Bole | Best Shyam Bhajan
 
भक्त का हृदय उस प्रभु के प्रेम में इस कदर डूबा है कि वह हर पल उनके साथ एक आत्मिक संवाद की चाह रखता है। यह संवाद केवल शब्दों का आदान-प्रदान नहीं, बल्कि एक गहरे प्रेम का बंधन है, जो भक्त और प्रभु को एक-दूसरे के करीब लाता है। मन की यह बेचैनी, यह मस्ती, प्रभु के प्रति अनन्य भक्ति का प्रतीक है, जहाँ भक्त अपने साँवरे को अपने हृदय में हर पल महसूस करता है। वह उस दूरी को मिटाना चाहता है, जो उसे प्रभु से अलग करती है, और यह विश्वास रखता है कि प्रभु का एक बोल, एक इशारा, उसके जीवन को प्रेम और आनंद से भर देगा। यह भक्ति का वह रूप है, जो भक्त को प्रभु के साथ निरंतर जुड़े रहने की प्रेरणा देता है, मानो हर क्षण उनके साथ एक मधुर बातचीत चल रही हो।

इस प्रेम की गहराई में एक ऐसी रीत बस्ती है, जो अनादि काल से चली आ रही है। प्रभु का वह जादू, जो राधा को मुरली की तान पर दौड़ने को मजबूर कर देता था, आज भी भक्तों के हृदय में वही जादू जगाता है। भक्त अपने साँवरे को उसी जादूगर के रूप में देखता है, जो अपने प्रेम की छटा से सारे संसार को रंग देता है। यह प्रेम केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि हर उस प्रेमी के हृदय में बसता है, जो प्रभु के लिए मिटने को तैयार है। आकाश की सुनसान खामोशी भी प्रभु के प्रेम से भर उठती है, और भक्त का मन केवल उनके नाम में खो जाता है। यह भक्ति का वह स्वरूप है, जो भक्त को प्रभु के साथ एक अनंत प्रेम कहानी का हिस्सा बनाता है, जहाँ हर पल उनके नाम की मस्ती में डूबा हुआ है।
 
मंदिर जाने से आपके जीवन में धन और समृद्धि का आगमन संभव है, लेकिन यह केवल भौतिक लाभ तक सीमित नहीं है। शास्त्रों के अनुसार, मंदिर जाने से मन में विश्वास, सकारात्मक ऊर्जा और उम्मीद का संचार होता है, जो जीवन में धन, समृद्धि और अन्य इच्छाओं की पूर्ति में सहायक बनता है। मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन करने से मन को शांति मिलती है, नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक सोच विकसित होती है, जिससे आपके कर्म और निर्णय बेहतर होते हैं और आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना बढ़ती है।

साथ ही, घर में भी पूजा स्थान या मंदिर होने से शुभ ऊर्जा का संचार होता है और आर्थिक समृद्धि बनी रहती है, बशर्ते पूजा स्थल के नियमों का पालन किया जाए। हालांकि, केवल मंदिर जाने से ही धन अपने आप नहीं आ जाता, बल्कि आस्था, सकारात्मकता, अच्छे कर्म और सही सोच के साथ किए गए प्रयासों से ही जीवन में स्थायी समृद्धि आती है। 

BHAJAN - Kuch Tum Bolo Kuch Hum Bole
Singer - AKANSHA MITTAL
ALBUM - Shyam Tumse Hai Mohabbat
MUSIC - DEVENDER DEV
ARTIST - AKANSHA MITTAL,MANJEET , PRIYA SHARMA
WRITER - AKASH SHARMA
 
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